
सूर्य द्वादश भाव में हो तो
जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य द्वादश भाव में है तो वह हर स्थिति में निश्चित, गहरी नींद लेने वाला होता है। धार्मिक स्वभाव के साथ नौकरी या व्यापार से धनी होता है। विदेश में निवास करता है।
अगर भाव में सूर्य अशुभ होने पर जातक मूर्ख व कामुख हो जाता है। नास्तिक या विधर्मी बनने पर चोरी और जुर्माने आदि की घटनाएं होती है। तकनीकी कार्य रास नही आते। जातक के चाचा को जीवन में काफी परेशानियां होती है। स्त्री बांझ होती है एवं स्वयं परस्त्रीगामी होता है। पिता से भी संबंध मधुर नही रहते। करें ये उपाय-
- बन्दरों को गुड़ डाले।
- धार्मिक प्रवृत्ति के बने।
- रविवार का व्रत करें और लोटे में जल और चीनी डालकर अर्ध्य दे।
- सरकारी नौकरी में रिश्वतखोरी न करे तथा अमानत में ख्यानत न करे।