नई दिल्ली। देश का विदेशी पूंजी भंडार 16 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 1.96 अरब डॉलर बढ़कर 421.72 अरब डॉलर हो गया, जो 26,944.0 अरब रुपए के बराबर है। इसका मुख्य कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में पर्याप्त तेजी आना है।
इससे पूर्व नौ फरवरी 2018 को विदेशी मुद्रा भंडार 421.91 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर को छू गया था। इससे पूर्व पहली बार आठ सितंबर, 2017 को विदेशी मुद्रा भंडार ने 400 अरब डॉलर के स्तर को पार किया था लेकिन उसके बाद से उसमें घट बढ़ होती रही है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा आस्तिां आलोच्य सप्ताह के दौरान 1.92 अरब डॉलर बढ़कर 396.57 अरब डॉलर हो गईं, जो 25,341.6 अरब रुपए के बराबर है। इससे पिछले सप्ताहांत में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.15 अरब डॉलर घटकर 419.76 अरब डॉलर रह गया था।
बैंक के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड, स्टर्लिंग, येन जैसी अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है।
आलोच्य अवधि में देश का स्वर्ण भंडार 21.51 अरब डॉलर रहा, जो 1,370.2 अरब रुपए के बराबर है। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश के विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) का मूल्य 1.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 1.54 अरब डॉलर हो गया, जो 98.8 अरब रुपए के बराबर है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश के मौजूदा भंडार का मूल्य 2.17 करोड़ डॉलर बढ़कर 2.08 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 133.4 अरब रुपए के बराबर है।