आवासीय ऋणदाता एचडीएफसी लिमिटेड और सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने अपनी कर्ज की दरों में 0.25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने की मंगलवार को घोषणा की। संशोधित दरें एक मार्च से लागू होंगी। इसके साथ ही नए एवं पुराने ग्राहकों दोनों के लिए कर्ज महंगा हो जाएगा। एचडीएफसी ने एक बयान में कहा कि वह अपनी प्रमुख ऋण दर में 0.25 प्रतिशत तक की वृद्धि कर रहा है। इसके साथ ही उसकी प्रमुख खुदरा ऋण दर बढ़कर 9.20 प्रतिशत हो गई है। इसके चलते सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे। इस बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा असर होम और कार लोन वाले पर होगा। उनकी लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी। नए ग्राहकों पर भी बोझ बढ़ेगा।
पीएनबी ने भी कर्ज पर ब्याज बढ़ाया
पीएनबी ने भी एमसीएलआर पर आधारित दर में 0.10 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया। यह वृद्धि सभी अवधि वाले कर्जों पर लागू होगी। पीएनबी ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा कि एक साल की अवधि के वाहन, आवास एवं व्यक्तिगत ऋणों पर ऋण दर को 8.4 प्रतिशत से संशोधित कर 8.5 प्रतिशत कर दिया गया है।
रेपो रेट में बढ़ोतरी का असर
महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक ने नीतिगत ब्याज दर रेपो में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। इसके साथ ही रेपो दर बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गई है। रिजर्व बैंक से मिलने वाले वित्त के महंगा होने से वित्तीय संस्थानों को भी अपनी उधारी दर में वृद्धि करनी पड़ी है। इस दौरान देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत और निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक ने 0.05 प्रतिशत तक की वृद्धि की है।