फाल्कन 2000 जेट के लिए अत्याधुनिक असेंबली लाइन महाराष्ट्र के नागपुर में स्थापित की जाएगी। ये भारतीय एयरोनॉटिक्स और मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण है।
रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर तेज दौड़ लगा रहे हैं। रिलायंस पावर के शेयर की कीमत एक महीने में 70% बढ़ी है जबकि रिलायंस इंफ्रा के शेयर में 60% की उछाल आई है।
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रा को बंबई उच्च न्यायालय से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने MMRDA 1,169 करोड़ जमा करने को कहा है।
डीहल डिफेंस के लिए रिलायंस डिफेंस के साथ सहयोग भारतीय बाजार और भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने कहा कि वे एनसीएलएटी के समक्ष अपील करेगी और कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू करने के लिए एनसीएलटी मुंबई के 30 मई, 2025 के आदेश को वापस लेने की मांग करेगी।
पिछले हफ्ते शुक्रवार को रिलायंस पावर के शेयरों में करीब 16 प्रतिशत की छप्परफाड़ तेजी देखी गई थी, जिसके बाद ये शेयर अपना नया 52 वीक हाई टच करते हुए 60.5 रुपये के भाव पर बंद हुआ था।
रिलायंस पावर ने बताया कि चौथी तिमाही में कंपनी का कुल खर्च घटकर 1998.49 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 2615.15 करोड़ रुपये था।
रिलायंस पावर ने बुधवार को ही चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की दिसंबर तिमाही में रिलायंस पावर ने 41.95 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट जनरेट किया है।
मॉरीशस स्थित आईआईएचएल आर-कैप के समाधान के लिए 9,650 करोड़ रुपये की बोली लगाकर सफल दावेदार के रूप में उभरी। बाद में कंपनी ने आर-कैप के दिवाला समाधान प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए 200 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जो बोली की राशि से अधिक था।
भारतीय सोलर एनर्जी कॉरपोरशन ऑफ इंडिया (SECI) ने 6 नवंबर को रिलायंस पावर पर 3 साल के लिए रिन्यूएबल एनर्जी टेंडर्स में हिस्सा लेने से प्रतिबंध लगा दिया था।
सेकी ने अनिल अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस पावर लिमिटेड को तीन साल के लिए नीलामी में भाग लेने से प्रतिबंधित किया गया था।
शेयर ब्रोकर नियमों, एनएसईआईएल कैपिटल मार्केट रेगुलेशन्स और एनएसई फ्यूचर एंड ऑप्शन कारोबार मानदंडों के प्रावधानों के संबंध में आरएसएल द्वारा अपेक्षित तरीके से इनके रखरखाव को परखने के लिए ये जांच कराई गई थी। ये जांच अप्रैल, 2022 से दिसंबर, 2023 की अवधि के लिए की गई थी।
रिलायंस पावर के शेयर आज 1.73 रुपये (4.98%) की तेजी के साथ 36.46 रुपये के भाव पर बंद हुए। बताते चलें कि रिलायंस पावर के शेयरों में लंबे समय के बाद अपर सर्किट लगा है। कंपनी के शेयरों में पिछले 1 हफ्ते में 2.04 प्रतिशत का उछाल आया है।
नवंबर 2021 में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनी द्वारा शासन संबंधी मुद्दों और भुगतान चूक के कारण रिलायंस कैपिटल के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था।
दूसरी तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में मामूली गिरावट देखने को मिली। चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी ने 7345.96 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट किया, जो पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 7373.49 करोड़ रुपये था।
इन कंपनियों के जुर्माना देने में विफल रहने पर मांग नोटिस आया है। सेबी ने सभी 6 कंपनियों को अलग-अलग नोटिस में प्रत्येक कंपनी को 25.75 करोड़ रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया है। इसमें ब्याज और वसूली लागत शामिल है।
हाल ही में अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह ने भूटान में उतरने की घोषणा करते हुए कहा था कि वह पड़ोसी देश में 1,270 मेगावाट की सौर एवं पनबिजली परियोजनाएं स्थापित करेगा।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस पावर ने हाल में शानदार मजबूती हासिल की थी, जब कंपनी ने अपना कर्ज घटाया था। बीएसई सेंसेक्स में 5 प्रतिशत लोअर सर्किट के साथ कंपनी का शेयर फिलहाल 51 रुपये प्रति शेयर से नीचे है।
रिलायंस एंटरप्राइजेज अगले दो वर्षों में दो चरणों में 500 मेगावाट का सौर संयंत्र स्थापित करेगी। यह संयंत्र भूटान के गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी में स्थापित किया जाएगा।
सोमवार को 48.67 रुपये के भाव पर बंद हुए रिलायंस पावर के शेयरों ने मंगलवार को कारोबार शुरू करते ही अपर सर्किट लगा दिया। दरअसल, आज कंपनी के शेयर सीधे 4.99 प्रतिशत (2.43 रुपये) की तेजी के साथ 51.10 रुपये के भाव पर खुले और बंद भी हो गए।
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