बैंकिंग विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक ब्याज के लालच में किसी भी बैंक, एनबीएफसी या स्मॉल फाइनेंस बैंक में निवेश करना सही नहीं होता है। किसी भी बैंक का चुनाव उसके वित्तीय साख को देखते हुए करें। इससे बाद में पछताना नहीं होगा।
त्योहारी सीजन के हिस्से के रूप में, बैंक ने सितंबर में दर में कटौती की घोषणा की थी, जिसके बाद उद्योग के दूसरे बैंकों ने भी ऐसा किया था।
बैंक ने इससे पहले 17 सितंबर को अपने रेपो आधारित ब्याज को 6.80 फीसदी से घटाकर 6.55 फीसदी कर दिया था। हाल ही में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपने होम लोन की दरों में कटौती की है
ईपीएफ ब्याज दर हर महीने उनकी सैलरी से होने वाली अनिवार्य कटौती पर एक रिटर्न है और इसका भुगतान दिवाली से पहले होने पर जरूर उन्हें खुशी मिलेगी।
700 से ऊपर क्रेडिट स्कोर काफी मजबूत माना जाता है, बैंक ऐसे क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को न केवल सस्ती दरों पर लोन ऑफर करते हैं साथ ही लोन प्रक्रिया भी तेजी से पूरी होती है।
विवेक अय्यर ने कहा कि वास्तविक दरें कुछ समय के लिए नकारात्मक रहने वाली हैं और यह जरूरी है कि लोग वित्तीय साक्षरता के आधार पर सही निवेश विकल्प को चुनें।
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर तिमाही के आधार पर जारी की जाती है। ब्याज में कोई बदलाव न होने से स्मॉल सेविंग्स स्कीम बैंक एफडी से बेहतर रिटर्न ऑफर कर रही हैं
रिजर्व बैंक ने संकेत दिये हैं कि लिक्विडिटी के ऊपरी स्तरों पर रहने की वजह से जमा पर ब्याज दरों के फिलहाल बढ़ने की संभावना नहीं है।
पीएफ पर मिलने वाला 8.5 प्रतिशत ब्याज अन्य प्रोविडेंट फंड जैसे जनरल प्रोविडेंट फंड (जीपीएफ) और बचत योजनाओं जैसे पब्लिक प्रोविडेंट फंड (7.1 प्रतिशत) और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (6.8 प्रतिशत) की तुलना में ज्यादा है।
मियादी जमा में वह जमा राशि है, जो बैंकों में एक निश्चित अवधि के लिए तय ब्याज पर रखी जाती है। इसमें आवर्ती, संचयी, पुनर्निवेश जमा और नकद प्रमाण पत्र जैसी जमा भी शामिल हैं।
ब्याज दरों के यथावत रहने से लोगों को जुलाई-सितंबर तिमाही में लघु बचत पर 4 प्रतिशत ब्याज मिलना जारी रहेगा।
पर्सनल लोन की तुलना में गोल्ड लोन बेहद कम समय में जारी हो जाता है। इसके साथ ही गोल्ड लोन में ब्याज दर भी कम रहती है।
सरकार ने अप्रैल-जून तिमाही के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले 1 अप्रैल से स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर इंट्रेस्ट रेट में कटौती का ऐलान वापस ले लिया गया था।
स्थानीय प्रतिबंधों के आधार पर बैंकों के एनपीए परिदृश्य को लेकर इस समय किसी भी तरह का आकलन किया जाना जल्दबाजी होगी।
पोस्ट ऑफिस की ये बचत योजनाएं आपके धन को डबल करने का भी वादा करती हैं।
इस नए उत्पाद का नाम Immune India Deposit Scheme है। इस स्कीम की परिपक्वता अवधि 1,111 दिन की होगी।
सीतारमण ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर कहा कि भारत सरकार की लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर वही रहेगी, जो 2020-2021 की अंतिम तिमाही में थी
पहली बार बचत खाते में जमा रकम पर ब्याज 0.5 प्रतिशत घटाकर 3.5 प्रतिशत कर दी गयी है। अबतक इस पर सालाना 4 प्रतिशत ब्याज मिलता था।
भारत सरकार कई ऐसी सरकार योजनाएं चला रही हैं जिसमें गारंटीड रिटर्न ऑफर किया जा रहा है। सरकारी योजनाएं होने की वजह से इसमें कोई जोखिम नहीं है, साथ ही इसमें निवेश पर टैक्स छूट भी ऑफर की जा रही है।
नवंबर, 2020 में बैंक ने होम लोन पोर्टफोलियों में 2 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया था। यह आंकड़ा प्राप्त करने वाला आईसीआईसीआई बैंक पहला निजी क्षेत्र का बैंक बन गया है।
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