Ahoi Ashtami 2025 Moon Time: वैसे अहोई अष्टमी का व्रत ज्यादातर महिलाएं तारों को अर्घ्य देने के बाद खोलती हैं। लेकिन कुछ महिलाएं चंद्रोदय तक ये व्रत रहती हैं। जो महिलाएं अहोई का व्रत चांद के निकलने तक रखती हैं वे पहले शाम में अहोई माता की विधि विधान पूजा करती हैं इसके बाद ही चांद के दर्शन कर अपना व्रत पारण करती हैं। इस साल अहोई अष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त 05:53 PM से 07:08 PM तक रहेगा। इस मुहूर्त में अहोई अष्टमी की कथा सुनी जाएगी। चलिए जानते हैं चांद निकलने का समय क्या रहने वाला है।
अहोई अष्टमी पर चांद निकलने का समय 2025 (Ahoi Ashtami 2025 Moon Time)
| शहर का नाम | चांद निकलने का समय |
| नई दिल्ली | 11:20 PM |
| नोएडा | 11:20 PM |
| लखनऊ | 11:09 PM |
| कानपुर | 11:13 PM |
| चंडीगढ़ | 11:16 PM |
| पटना | 10:55 PM |
| जम्मू | 11:18 PM |
| देहरादून | 11:12 PM |
| शिमला | 11:13 PM |
| जयपुर | 11:31 PM |
| मुंबई | 12:02 AM, अक्टूबर 14 |
| रांची | 11:00 PM |
| कोटा | 11:35 PM |
| बेंगलूरु | 11:56 PM |
अहोई अष्टमी पर चांद को अर्घ्य कैसे दें (Ahoi Ashtami Par Chand Ko Arghya Dene Ki Vidhi)
- एक साफ थाली लें।
- उसमें जल भरा हुआ कलश या लोटा रखें।
- इसमें थोड़ा सा कच्चा दूध, रोली, चावल और फूल डालें।
- थाली में एक दीपक जलाकर रखें।
- चांद निकलने के बाद लोटे में भरा जल दोनों हाथों से धीरे-धीरे चांद को अर्पित करें।
- चांद की आरती उतारें।
- इसके बाद चांद को फूल और भोग अर्पित करें।
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