इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच द वांडरर्स स्टेडियम, जोहान्सबर्ग में तीन वनडे मैच की सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले को इंग्लैंड ने 2 विकेट से जीतकर सीरीज 1-1 पर खत्म की। इस सीरीज का दूसरा मैच बारिश की वजह से धूल गया था जबकि पहला मैच साउथ अफ्रीका ने 7 विकेट से जीता था। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए डेविड मिलर और कप्तान क्विंटन डिकाक की 69-69 रन की पारी से सात विकेट पर 256 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। इंग्लैंड ने 40 गेंद बाकी रहते आठ विकेट गंवा कर इस मुकाबले को जीत लिया।
सलामी बल्लेबाजों जानी बेयरस्टा और जेसन राय ने पहले विकेट के लिए 6.2 ओवर में 61 रन की साझेदारी कर इंग्लैंड को आक्रामक शुरुआत दिलायी। ब्यूरान हेंड्रिक्स (59 रन पर तीन विकेट) ने खतरनाक दिख रहे बेयरस्टा को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। बेयरस्टा ने सिर्फ 23 गेंद में छह चौके और तीन छक्कों की मदद से 43 रन बनाये। इसके दो ओवर बाद लुथो सिपाम्ला (42 रन पर एक विकेट) ने राय की 21 गेंद में 21 रन की पारी को अंत किया।
कप्तान इयोन मोर्गन (नौ रन) भी कुछ खास नहीं कर सके और हेंड्रिक्स का दूसरा शिकार बने। इसके बाद जो रूट (49) और डेनली ने 76 रन की साझेदारी कर जीत की नींव रखी। रूट एक रन से अर्धशतक बनाने से चूक गये और तबरेज शम्सी की गेंद पर पवेलियन लौटे। डेनली को इसके बाद टाम बैंटन (32) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने स्कोर को 232 रन तक पहुंचाया।
इसके बाद लुंगी एनगिडी ने जल्दी जल्दी तीन विकेट झटक कर दक्षिण अफ्रीका को वापसी करायी लेकिन मोईन अली (17) ने एक छोर संभाले रखा और टीम को जीत दिला दी। दक्षिण अफ्रीका के लिए हेंड्रिक्स और एनगिडी ने तीन-तीन विकेट लिये। इससे पहले टास गंवाकर बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका के लिए मिलर ने 53 गेंद की तेज तर्रार पारी में चार चौके और चार छक्के लगाये।
कप्तान क्विंटन डिकॉक ने पारी का आगाज करते हुए 69 रन बनाये। पदार्पण कर रहे शाकिब मोहम्मद (17 रन पर एक विकेट) ने पारी के आठवें ओवर में रीजा हेन्ड्रिक्स (11) को बोल्ड कर एकदिवसीय करियर का पहला विकेट लिया। डिकाक और तेंबा बावुमा (29) ने इसके बाद 66 रन की साझेदारी कर बड़े स्कोर की नींव रखी। इस साझेदारी को राशिद ने बावुमा को आउट कर तोड़ा।
राशिद ने डिकाक को भी चलता किया जिन्होंने 81 गेंद की पारी में पांच चौके और दो छक्के लगाये। डिकाक के आउट होने के बाद पारी लड़खड़ा रही थी जिसे मिलर ने संभाला। उन्होंने आखिरी ओवरों में तेजी से रन जुटाये जिससे टीम चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा कर सकी। राशिद खान इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 51 रन देकर तीन विकेट चटकाये।