कड़ी सुरक्षा के बीच शुरु हुई अमरनाथ यात्रा | श्रद्धालुओं का पहला जत्था बाबा बर्फ़ानी के दर्शन के लिए निकला |
जम्मू-कश्मीर की वादियां बम-बम भोले के जयकारों से गूंज रही हैं। बालटाल से आए भक्तों के पहले जत्थे ने पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं।
हिंदू धर्म की सबसे पवित्र धार्मिक यात्राओं में से एक अमरनाथ यात्रा की आज से शुरुआत हो गई है। रविवार को जम्मू से रवाना हुआ श्रद्धालुओं का पहला जत्था कल शाम पहलगाम और बालटाल बेसकैंप पहुंच गया था।
अधिकारियों ने सुरक्षा योजना के बारे में बताते हुए कहा कि सीआरपीएफ कर्मियों का एक विशेष मोटरसाइकिल दस्ता होगा जो काफिलों के साथ चलेगा और उनकी हेलमेट पर कैमरे लगे होंगे। इसे पिछले वर्ष शुरू किया गया था। इसके साथ ही राजमार्ग सहित दोनों मार्गों पर आधार शिविरों और संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गत वर्षों के दौरान अमरनाथ यात्रा का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने में स्थानीय मुस्लिमों की भूमिका की रविवार को प्रशंसा की और उम्मीद जतायी कि तीर्थयात्रा इस वर्ष भी सफल रहेगी।
रविवार तड़के जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा ने झंडी दिखाकर अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को बेस कैंप के लिए रवाना किया।
अमरनाथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था यहां कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को रवाना होगा और इस संबंध में आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अब तक देश भर से करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने 46 दिन चलने वाली यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है।
अमित शाह अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा का जायजा लेंगे। साथ ही अमित शाह आज बाबा बर्फानी के दर्शन करने भी जा सकते हैं।
इस साल की वार्षिक अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है और 15 अगस्त को समाप्त होगी।
भारतीय रेलवे ने अमरनाथ जाने वाले यात्रियों को स्पेशल तोहफा दिया। जी हां रेलवे ने एक स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया है। जो कि दिल्ली से चलेगी। इसकी शुरुआत भी 1 जुलाई से होगी।
कश्मीर के अलगाववादियों ने रविवार को कहा कि अमरनाथ तीर्थयात्रियों को घाटी में कोई खतरा नहीं है। उन्होंने राज्य में आनेवाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों से किसी भी ‘झूठे प्रचार’ पर ध्यान नहीं देने की अपील की।
कश्मीर में एक बड़े आतंकी हमले के बारे में खुफिया जानकारी, जिसे कथित तौर पर पाकिस्तान द्वारा साझा किया गया है, के बाद घाटी में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
राज भवन के एक प्रवक्ता ने कहा कि कुमार ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्यपाल को तीर्थयात्रा के लिए की जा रहीं पुख्ता व्यवस्थाओं के संबंध में अवगत कराया। इनमें तीर्थयात्रियों के लिए रास्ते में दी जाने वाली सुविधाओं और सुरक्षा के विषय शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने बुधवार को अमरनाथ तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया की शुरुआत की। यह यात्रा एक जुलाई से शुरू होगी।
जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार को इस साल की अमरनाथ यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की शुरुआत की। यात्रा एक जुलाई से शुरू होगी।
इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा के शुरु होने में अभी 2 महीने का वक्त बाकी है। लेकिन इससे पहले ही बाबा बर्फानी की गुफा की तस्वीरें आ गई हैं।
जम्मू एवं कश्मीर में विधानसभा चुनाव वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले कराए जा सकते हैं। राज्य सरकार के सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
श्राइन बोर्ड ने फैसला किया है कि रोजाना 7500 यात्रियों को दर्शन की व्यवस्था की जाएगी, इनमें हेलिकॉप्टर से आने वाले यात्री शामिल नहीं होंगे। यात्रा के लिए पहले से पंजीकरण कराना होता है और इसके लिए देशभर में पंजाब नैशनल बैंक, यश बैंक और जम्मू-कश्मीर बैंक की 440 शाखाओं में व्यवस्था होगी।
60 दिवसीय अमरनाथ यात्रा रविवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। इस साल 2.85 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने इस गुफा शिवलिंग के दर्शन किए।
60 दिन पहले शुरू हुई अमरनाथ यात्रा रविवार को संपन्न हो गई। इस बार 2.85 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने हिम शिवलिंग के दर्शन किए।
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