हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बेटा या बेटी बेहतर शिक्षा हासिल करे, इसलिए वे बढ़िया स्कूल-कॉलेजों में एडमिशन कराने के बारे में सोचते हैं, लेकिन कुछ स्कूलों को छोड़ बाकि स्कूल इतने महंगे होते हैं कि वे पीछे हट जाते हैं, वहीं विदेश के बारे में सोचते तक नहीं..
सौंदर्य प्रसाधन उद्योग जगत का कहना है कि भारी छूट वाले उत्पादों की बढ़ती मांग के कारण नकली उत्पादों में काफी तेजी आयी है। उद्योग जगत का कहना है कि इनमें से कई उत्पाद आयात के टैग लगे भी होते हैं जो न केवल बौद्धिक संपदा अधिकारों का उल्लंघन है बल्कि इससे स्वास्थ्य के प्रति गंभीर जोखिम भी है।
मंत्री ने बताया, “हमारी योजना पूरे प्रदेश में ऐसे स्टोर्स खोलने की है जहां जेनेरिक और ब्रांडेड दवाइयां सस्ती कीमत में उपलब्ध होंगी।”
घर में प्लंबर, कारपेंटर, इलेक्ट्रीशियन से कोई भी काम कराना है तो आप चीप एप के जरिये घर बैठे ही योग्य, सत्यापित और बीमाकृत सेवा पेशेवरों को बुला सकते हैं।
नए गर्वनर उर्जित पटेल ने ब्याज दरों में कटौती कर उपभोक्ताओं को फेस्टिव सीजन का तोहफा तो दिया, लेकिन सस्ते लोन का फायदा कंज्यूमर्स को नहीं मिला।
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