ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (टीआई) की रिपोर्ट “करप्शन परसेप्शंस इंडेक्स 2015” में दुनिया की दो-तिहाई देशों को 100 में से 50 अंक से भी कम दिया गया है।
मोदी ने कहा कि सरकार ने 45 वरिष्ठ अधिकारियों को सरकारी कामकाज और जनसेवा में असंतोषजनक प्रदर्शन के कारण या तो हटा दिया है या उनकी पेंशन काट ली गई है।
ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल का आज तीसरा दिन है। सवाल खड़ा होता है कि इस हड़ताल से अस्त व्यस्त हो रहे आम आदमी के जीवन के लिए असल में जिम्मेदार कौन है?
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