कोरोना वायरस ने दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है। इसी बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना प्रतिबंधों को खत्म करने की घोषणा की है। इसमें मास्क पहनने और वर्कफ्रॉम होम, दोनों की अनिवार्यता को खत्म करना भी शामिल है। ब्रिटेन के पीएम ने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों का मानना है कि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना का पीक आ चुका है। इसलिए वे कोरोना नियमों खासकर लोगों को अपने दफ्तर के लिए घर से काम करने पर जोर नहीं डालेगी।
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार यह घटना बृहस्पतिवार रात को वसंतराव नाइक चौक, सिडको पर हुई जहां पुलिस कांस्टेबल ड्यूटी पर तैनात था
मुल्तानी मिट्टी त्वचा की देखभाल के लिए बेहद ही फायदेमंद होती है और ये सभी स्किनटाइप के लिए एक दम परफेक्ट है।
आने वाले समय में उम्मीद है कि लोगों के कपड़ों से कोविड-19 संक्रमण का पता लग सकेगा। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और एमआईटी के साइंटिस्ट ने एक ऐसा प्रोटोटाइप फेस मास्क तैयार किया है, जो पहनने वाले में कोविड-19 का निदान लगभग 90 मिनट में कर सकता है।
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले भी इस बारे में स्पष्ट किया है कि कोविड वैक्सीन लगवाने के बावजूद आपको मास्क लगाना ही होगा। अब एक बार फिर से सरकार ने लोगों का भ्रम दूर करने के लिए यही बात कही है।
डॉक्टर्स का कहना है कि अगर आप N95 या फिर थ्री लेयर वाला कोई फिटिड मास्क पहनते हैं तो ये एक ही काफी है। हालांकि, मास्क पहनते वक्त आप अच्छे से नोटिस करें कि यह आसानी से सांस लेने के साथ-साथ मुंह और नाक पर फिट है या नहीं। आप चाहें तो कोविड से बचाव के लिए दो लेयर वाले सर्जिकल मास्क या किसी कपड़े से बने मास्क का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत चान-ओ-चा पर सोमवार को मास्क नहीं पहनने के लिए 6,000 बात (14,270 रुपए) का जुर्माना लगाया गया।
स्टेशन हाउस अधिकारी (एसएचओ), लार, टी.जे. सिंह ने कहा, "सोमवार को अमरजीत को बिना मास्क के कार में मुख्य क्रॉसिंग पर स्पॉट किया गया। तुरंत पुलिस ने 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया। हमने पहले ही 17 अप्रैल को उसे चेतावनी दी थी और 1,000 रुपये का जुमार्ना लगाया था। हमने उसे एक मास्क भी दिया था।"
एक अध्ययन में पता चला है कि उचित ढंग से पहने हुए अच्छी फिटिंग वाले दो फेस मास्क सार्स-सीओवी2 के आकार के कणों से बचाने में दोगुने प्रभावी साबित होते हैं और उन्हें व्यक्ति की नाक, मुंह तक पहुंचने से रोकते हैं जिससे व्यक्ति संक्रमण की चपेट में नहीं आता।
कोरोना वायरस के बदले स्ट्रेन का खतरा काफी बढ़ गया है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ लोगों को मास्क पहनना बेहत आवश्यक हो गया है। मगर कोरोना के इस बदले रूप से एक मास्क से काम चलना थोड़ा मुश्किल है, इसलिए मास्क के कई लेयर्स का होना जरूरी है।
पूरी दुनिया की स्टडी कहती है कि मास्क लगाने पर 90 प्रतिशत तक मास्क और बीमारी से बच सकते हैं। नाक और मुंह से ही कोरोना संक्रमित ड्रॉपलेट शरीर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं।
10 महीने के लंबे अंतराल के बाद, वित्तीय राजधानी में लोकल ट्रेन सेवाएं जनता के लिए फिर से शुरू हुईं। अधिकारियों ने कहा कि मुंबई लोकल ट्रेनों से यात्रा करते समय 500 से अधिक यात्रियों पर फेस मास्क नहीं पहनने को लेकर जुर्माना लगाया गया है। कोरोनवायरस को फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क पहनना अनिवार्य है।
सही तरीके से मास्क नहीं पहनने से आंखों को नुकसान पहुंचता है। कई लोग ऐसा मास्क पहनते हैं जो उनके चेहरे पर फिट नहीं होता। इससे नाक खुली रह जाती है और गर्म छोड़ी हुई हवा मास्क के ऊपर से जाती है जिससे आंखें सूख जाती हैं।
बढ़ता प्रदूषण, घटता पोषण और चिंता के चलते समय से पहले चेहरे पर झुर्रियां पड़ रही हैं। ऐसे में बादाम के नुस्खे से इनसे छुटकारा पाया जा सकता है।
जापान में तो एक शख्स ने ऐसा मास्क बनाने में महारत हासिल कर ली है, जो आपके चेहरे पर किसी अजनबी का चेहरा भी अच्छी तरह फिट कर देगा।
उच्चतम न्यायालय ने बगैर मास्क के पकड़े गये लोगों को सामुदायिक सेवा के लिये कोविड-19 मरीज देखभाल केन्द्रों में भेजने के गुजरात उच्च न्यायालय के निर्देश पर गुरुवार को रोक लगा दी।
गौतम बुद्ध नगर जिले में इस समय 1401 एक्टिव कोरोना मामले हैं और यहां कोरोना वायरस के शुक्रवार को मिले 175 नए संक्रमण मामलों के साथ कुल मामले 21,166 हो गए हैं।
पुलिस महानिदेशक (अपराध) एम एल लाठर ने बताया कि राज्य में राजस्थान महामारी अध्यादेश के तहत अब तक 6 लाख 60 हजार से अधिक व्यक्तियों का चालान करके 9 करोड़ 72 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूल किया जा चुका है।
अगर गाड़ी में एक से ज्यादा लोग हैं या कई लोग हैं तो हर किसी के लिए मास्क पहनना जरूरी है। इसके साथ ही गाड़ी में सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखना जरूरी है
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में फेस मास्क नहीं पहनने वाले नागरिकों का चालान काट रहे एक थानेदार को खुद मास्क न पहनना भारी पड़ गया
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