पीएम मोदी ने कहा कि भारत की कृषि, भारत का किसान, अब और पिछड़ेपन में नहीं रह सकता। दुनिया के बड़े-बड़े देशों के किसानों को जो आधुनिक सुविधा उपलब्ध है, वो सुविधा भारत के भी किसानों को मिले, इसमें अब और देर नहीं की जा सकती।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ये सरकार पूंजीपतियों की दलाली कर रही है, किसानों का काम नहीं। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पीएम को कच्छ जाकर बीजेपी के किसानों से बात कर अपनी बात कहने की क्या जरूरत है। दिल्ली की सीमा पर किसान बैठे हैं, पीएम मोदी उन्हें बुलाकर उनसे बात क्यों नहीं कहते हैं।
Kisan Andolan: स्मृति ईरानी ने इस दौरान कहा कि कुछ राजनीतिक दल ऐसे हैं जो नहीं चाहते कि देश का किसान संपन्न हो, बिचौलियों का राज समाप्त हो और कृषि के पूरे क्षेत्र में भारत का उत्थान हो, भारत की उन्नति हो। यही लोग चाहते हैं कि गतिरोध बना रहे।
किसान संगठनों के प्रदर्शन के कारण दिल्ली आने-जाने वाले कई रास्ते पूरी तरह से बंद हैं, जबकि कुछ सीमाएं आंशिक रूप से खुली हुई हैं।
आज आगे की रणनीति तय करने के लिए किसान संगठनों के नेता कॉलिन गोंजाल्वेस, दुष्यंत दवे और प्रशांत भूषण जैसे वकीलों के साथ विचार-विमर्श करेंगे। वहीं दूसरी तरफ कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसानों के नाम आठ पृष्ठों का एक खुला पत्र जारी करते हुए कहा कि केंद्र उनकी सभी चिंताओं का निराकरण करने के लिए तैयार है।
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