महज 10 वर्ष की उम्र में भारतीय मूल की बच्ची अदिति त्रिपाठी ने 50 देशों की यात्रा पूरी कर ली है। इस दौरान उसने अपना कोई क्लास भी मिस नहीं किया। इसके लिए उसके माता-पिता साप्ताहिक अवकाश और राष्ट्रीय छुट्टियों में पूर्व प्लानिंग तैयार कर लेते थे। कई बार वह अदिति को लेकर सीधे स्कूल से एयरपोर्ट पहुंच जाते।
जर्मनी में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां अदालत ने भारतीय मूल के माता-पिता की दो वर्षीय मासूम बच्चो को अपने संरक्षण में रख लिया है। माता-पिता उसे वापस पाने के लिए 2 वर्षों से कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। मगर बच्ची उन्हें वापस नहीं मिल सकी है। ऐसे में अब पीएम मोदी से मदद मांगी है।
एक बच्चे के लिए पिता ने फिर बड़ी कुर्बानी दी है। अमेरिका में फ्लोरिडा के समुद्र में भारतीय मूल के एक व्यक्ति का बच्चा अचानक समुद्र की लहरों में डूबने लगा। यह देखकर पिता अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना समुद्र में कूद गया। पिता अपने बच्चे को मौत के मुंह से बाहर खींचने में सफल रहा। मगर इस दौरान वह डूब गया।
ब्रिटेन के नॉटिंघम में एक हमलावर ने भारतीय मूल की 19 वर्षीय छात्रा ग्रेसी समेत 3 लोगों की चाकू मारकर हत्या कर दिया। हमलावर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उसने हत्या करने का अभी तक कोई कारण नहीं बताया हैा पुलिस पूछताछ में जुटी है।
भारतीय मूल का अमेरिकी डॉक्टर अमेरिका के कैलिफोर्निया में पहाड़ से अपनी कार को नीचे गिराकर पत्नी और बच्चों को मारना चाहता था। इसलिए उसने पत्नी और बच्चों को कार में बैठाकर उसे नीचे की ओर छोड़ दिया था। अब अमेरिका की एक कोर्ट ने डॉक्टर के पेशे पर प्रतिबंध लगा दिया है।
श्रीश तिवारी एक मोटेल में बतौर मैनेजर के तौर पर काम करता है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक मोटेल चलाने वाले श्रीश तिवारी ने पीड़िता को साफ सफाई के लिए काम पर रखा था।
भारतीय मूल के शख्स 39 वर्षीय श्रीनिवास दत्तात्रेय ने माउंट एवरेस्ट को जब फतह कर लिया तो वहीं से पत्नी को जश्न भरा मैसेज किया, लेकिन फिर वह दोबारा कभी नहीं लौट सके।
अमेरिका में भारतीय मूल के नागरिकों का लगातार दबदबा बढ़ता जा रहा है। भारतीय मूल के अजय बंगा को अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा विश्व बैंक का प्रमुख नियुक्त किए जाने के बाद अब एक अन्य भारतीय मूल की महिला को जो बाइडन प्रशासन में अहम जिम्मा दिया गया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय मूल की अधिकारी को रक्षा विभाग में अहम पद से नवाजा है। राष्ट्रपति बाइडन के प्रशासन में कई अन्य भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक महत्वपूर्ण पदों पर काम कर रहे हैं।
अपर्णा सिंह मूलत: लखनऊ की रहने वाली है लेकिन उनकी परवरिश अमेरिका में ही हुई है। वीडियो फुटेज की शुरुआत अपर्णा सिंह के यह कहने से हुई कि गंगा नदी प्रदूषित हैं और सीवेज से भरी हैं।
Indian Origin World Leaders: भारतीय मूल के नेता दुनिया के कई देशों में अहम पदों पर काबिज हैं। इनमें से कोई प्रधानमंत्री है, तो कोई राष्ट्रपति है।
माना जा रहा है कि भारतीय मूल की यूके की अटॉर्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन लिज ट्रस कैबिनेट में यूके की गृह मंत्री बन सकती हैं। इस पद पर वह प्रीति पटेल का स्थान लेंगी।
Death Sentence: सिंगापुर में एक शख्स को मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में वहां के उच्चत्तम न्यायलय ने फांसी की सजा सुनाई है। ये शख्स भारतीय मूल का मलेशियाई नागरिक है। इसके पास से पुलिस को 60.15 ग्राम डायामॉर्फिन और 120.9 ग्राम मादक पदार्थ मिला था
राष्ट्रपति जो बाइडेन के भाषण लेखन से लेकर अंतरिक्ष एजेंसी नासा तक सरकार के हर विभाग में भारतीय मूल के अमेरिकियों की नियुक्ति हुई है।
भारतीय मूल के श्रीकांत दातार हार्वर्ड बिजनेस स्कूल (एचबीएस) के डीन बनाए गए है। श्रीकांत 1 जनवरी से अपनी सेवा शुरू करेंगे। हार्वर्ड विश्वविद्यालय के अध्यक्ष लैरी बेकोव ने इसकी जानकारी दी है।
अमेरिका में भारतीय मूल की एक अनुसंधानकर्ता की जॉगिंग करते हुए हत्या कर दी गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
कोरोना वायरस से रक्षा करने वाले टीके की खोज करने की परियोजना पर काम कर रही ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की टीम का हिस्सा भारतीय मूल की एक वैज्ञानिक ने कहा कि वह इस मानवीय उद्देश्य का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस करती हैं जिसके नतीजों से दुनिया की उम्मीदें जुड़ी हैं।
सुनक से पहले पाकिस्तानी मूल के साजिद जाविद के पास वित्त मंत्रालय का कार्यभार था। उन्होंने अप्रत्याशित रूप से हाल ही में पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू (एचबीआर) ने दुनिया के 10 सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले सीईओ की 2019 की सूची तैयार की है। इस सूची में भारतीय मूल के तीन सीईओ शांतनु नारायण, अजय बंगा और सत्य नाडेला शामिल हैं।
फोर्ब्स ने अमेरिका की 80 ऐसी धनी महिलाओं की सूची जारी की है जिन्होंने खुद ही अपनी किस्मत गढ़ी है। इस सूची में भारतीय मूल की तीन महिलाओं को भी स्थान मिला है।
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