दोनों धामों के लिए श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन मंगलवार को शुरू हुआ और पहले दो दिनों में अब तक 61,250 लोग पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।
यात्रा की तैयारियों को देखने के लिए हुई एक बैठक में केदारनाथ मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य त्वरित गति से करने और पैदल मार्ग की जल्द मरम्मत शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल से खुल जाएंगे और भक्त भगवान का दर्शन कर सकेंगे। आज विधिवत इसका ऐलान किया गया। बद्रीनाथ धाम मंदिर के कपाट 27 अप्रैल से खुल जाएंगे।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम उत्तरकाशी जिले में स्थित हैं। गंगोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल को खुल रहे हैं। गंगोत्री प्रमुख हिन्दू तीर्थस्थल है। गंगोत्री नगर से 19 किमी दूर गोमुख है, जो गंगोत्री हिमानी का अन्तिम छोर है और गंगा नदी का उद्गम स्थान है।
त्तराखंड स्थित चार धाम में से एक केदारनाथ मंदिर में भारी बर्फबारी हुई है। जहां बाबा केदार की नगरी सफेद चादर से ढ़की हुई नजर आ रही है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में दो साधुओं को देखा जा सकता है। यह वीडियो केदारनाथ का है।
आपदा की दृष्टि से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है। यहां कभी भूकंप से तबाही मचती है, तो कभी जलप्रलय से इस बार भगवान बदरीनाथ धाम के प्रवेशद्वार जोशीमठ से आपदा की आहट आ रही है। यहां घरों पर दरारें पड़ गई हैं, जमीन के नीचे पानी की हलचल साफ सुनाई दे रही है।
करीब दो साल कोरोना की पाबंदियों के बाद जब तीर्थस्थलों के कपाट खुले तो भक्तों की भड़ी उमड़ पड़ी। इस साल वैष्णों देवी से लेकर केदारनाथ धाम समेत वृंदावन और कई शक्तिपीठ में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा
आज श्री केदारनाथ धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार एवं पौराणिक विधि-विधान के साथ शीतकाल हेतु बंद हो गए हैं। इस वर्ष कपाट खुलने के उपरांत लगभग 16 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए
Kedarnath Dham: केदारनाथ धाम के गृभगृह की दीवारों को गोल्ड प्लेट्स से बदल दिया गया है। पहले यह दीवारें चांदी के प्लेट से मढ़ी हुईं थी। गर्भगृह की दीवारों को 230 किलो सोने को 550 गोल्ड प्लेट्स की परतों से भव्य रूप दिया गया है।
3 मई को शुरू हुई चारधाम यात्रा अब अपने समापन की ओर है। आंकड़ों के मुताबिक, इस बार 42 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने यात्रा में हिस्सा लिया।
मोदी ने बताया कि किस तरह पिछली सरकारों ने 'गुलामी की मानसिकता' के कारण भारत के ऐतिहासिक मंदिरों की अनदेखी की।
PM Modi Kedarnath Badrinath Visit प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना उत्तराखंड दौरा समाप्त कर शनिवार को बद्रीनाथ से राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री पहले बद्रीनाथ से हेलीकॉप्टर के जरिये देहरादून के निकट जौलीग्रांट हवाईअडडे पहुंचे, जहां से वह विमान में सवार होकर दिल्ली के लिए रवाना हुए।
PM Modi Kedarnath Badrinath Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए रोपवे प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने हिमाचली परिधान पहन रखा था। पीएम मोदी हेलीपैड से सीधे मंदिर पहुंचे और भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया।
PM Modi Kedarnath Badrinath Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 8 साल के कार्यकाल में छठी बार केदारनाथ का दौरा कर रहे हैं। यहां मंदिर में पूजा अर्चना के बाद उन्होंने रोपवे प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी। केदारनाथ के बाद पीएम मोदी बद्रीनाथ पहुंचे।
PM Modi Kedarnath Visit: पवित्र धामों की यात्रा के दौरान पीएम मोदी केदारनाथ और बद्रीनाथ में पूजा-अर्चना भी करेंगे। इसके अलावा वो 34 सौ करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे।
Helicopter crash Kedarnath: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने घटना में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए एक बयान में कहा कि सरकार ने चेन्नई के निवासियों के शव लाने के संबंध में उत्तराखंड सरकार से संपर्क किया है।
Kedarnath Helicopter crash: मूल रूप से पूर्वी दिल्ली के शाहदरा इलाके के निवासी अनिल सिंह पिछले 15 साल से मुंबई में रह रहे थे। उनकी पत्नी आनंदिता ने कहा कि उन्हें ‘‘किसी से कोई शिकायत नहीं है क्योंकि आखिरकार दुर्घटना, दुर्घटना है।’’
Helicopter crash in Kedarnath : उत्तराखंड के केदारनाथ में हेलीकॉप्टर हादसे में 7 लोगों की मौत होने की खबर है। मरनेवालों में हेलीकॉप्टर का पायलट भी शामिल है। बताया जाता है कि दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर आर्यन कंपनी का था।
Uttarakhand: एक वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मंदिर के पास बर्फ का पहाड़ खिसक रहा है। वीडियो में देखा जा रहा है कि बर्फ का पहाड़ देखते ही देखते पूरी तरह ढह गया। बताया जा रहा है कि हिमखंड काफी बढ़ा था, जिससे बर्फ के धुएं का गुबार काफी दूर तक रहा।
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