पंजाब में इन दिनों फिर से चरमपंथ की हवाएं चलने लगी है. ऐसे में देशभर में ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या पंजाब फिर से उद्रवाद के दौर में लौट रहा है. आखिर इनको ये नई हवा क्यों मिल रही हैं..कौन सुलगा रहा है पंजाब? सुनिए अमृतपाल सिंह का पूरा इंटरव्यू.
हिंदू मंदिरों पर हमले भी हाल ही में बढ़ गए हैं। पिछले महीने 12 से 23 जनवरी के बीच मेलबर्न शहर में तीन प्रमुख हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया। ऑस्ट्रेलिया में भारतीयों ने कहा कि वे 'खालिस्तान समर्थकों की ओर से शांतिपूर्ण हिंदू समुदाय के प्रति धार्मिक घृणा के खुले प्रदर्शन से नाराज, डरे हुए और निराश हैं'।
जिस लवप्रीत तूफानी की वजह से पिछले 2 दिनों से पंजाब में तूफान आया हुआ था, वह अब जेल से बाहर आ गया है।
गौरतलब है कि एक व्यक्ति के अपहरण के आरोप में पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों पर मामला दर्ज किया था। इस कारण अमृतपाल सिंह की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में लोग तलवार व अन्य हथियार लेकर पंजाब के अजनाला में एकत्रित हुए और पुलिस थाने पर हमला भी किया था।
कल हंगामा करने वाले अमृतपाल के समर्थकों पर कार्रवाई होगी या नहीं.. उपद्रवियों के पास जो हथियार थे वो लाइसेंसी थे या नहीं हमले में कितने पुलिसवाले घायल हुए ?अमृतसर रूरल के एसएसपी सतिंदर सिंह से बात की.. जिसमें उन्होंने कहा कि CCTV फुटेज की जांच की जा रही है और उसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी
खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिहं ने कहा है कि खालिस्तान की मांग कोई गलत मांग नहीं है। इसके उद्देश्य को बुराई और वर्जित के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
पंजाब के अमृतसर में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके समर्थक तलवारें, बंदूक और लाठी-डंडे लेकर पहुंचे थे और लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग करते हुए जमकर उपद्रव मचाया. आज पुलिस लवप्रीत तूफान को रिहा करेगी।
अमृतपाल ने कहा, अमित शाह को कह दो कि पंजाब का बच्चा-बच्चा खालिस्तान की बात करता है। इंदिरा गांधी ने भी दबाया था, क्या नतीजा निकला सब जानते हैं। अमित शाह भी अपनी इच्छा पूरी कर लें।
अजनाला थाने के बाहर बड़ी संख्या में अमृतपाल के समर्थन में निहंग तलवारों के साथ पहुंचे और पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए। इसके बाद समर्थक अजनाला थाने में घुस गए और पुलिस पर पथराव किया। इस दौरान पुलिस से उनकी धक्का-मुक्की भी हुई।
टोरंटो में भारत के वाणिज्य दूतावास ने मंगलवार को ट्वीट किया कि हम मिसिसॉगा में राम मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने पर इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं।
पाकिस्तान से लेकर आस्ट्रेलिया तक व कई अन्य देशों में हिंदू मंदिर निशाने पर हैं। पाकिस्तान से अक्सर हिंदू मंदिरों को तोड़े जाने की खबरें सामने आती रहती हैं। हाल ही में आस्ट्रेलिया में भी कुछ उपद्रवियों ने हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की थी। अब कनाडा में भी हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है। इससे भारतीय लोग नाराज हैं।
आस्ट्रेलिया में भारतीय समर्थकों से खालिस्तानियों की भिड़ंत हो गई। हाथ में तिरंगा लहरा रहे भारतीयों को खालिस्तानी रोकने का प्रयास कर रहे थे। इसे लेकर दोनों गुट भिड़ गए। इस दौरान खालिस्तानियों ने तिरंगे का अपमान भी किया। भारतीयों के हाथ से तिरंगे को छीन कर और इसे तोड़-मरोड़ कर जमीन पर फेंक दिया।
गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान विक्रम सिंह और बलराम सिंह के रूप में हुई है। दोनों खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नून के लिए काम करने वाले बताए गए हैं। उन्हें 2 लाख रुपये में काम करने के लिए कहा गया था, लेकिन बाद में उन्हें केवल 2,000 रुपये का भुगतान किया गया।
ऑस्ट्रेलिया में एक के बाद एक लगातार मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं। सोमवार को भी एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई। यहीं नहीं दीवारों पर 'खालिस्तान जिंदाबाद' 'हिंदुस्तान मुर्दाबादा' जैसे नारे लिखे गए थे।
दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके में एक दीवार पर 'खालिस्तान जिंदाबाद' और 'रेफरेंडम 2020' के नारे लिखे नजर आए।
शिवसेना (टकसाली) के नेता सुधीर सूरी की हत्या से पंजाब की सियासत में उबाल आ गया है। गैंगस्टर लांडा हरिके ने सूरी की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि यह तो अभी शुरूआत है। पुलिस हरिके की कथित सोशल मीडिया पोस्ट की जांच कर रही है।
भारत ने कनाडा को स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने देश में 6 नवंबर को होने वाले जनमत संग्रह को न कराए। कनाडा में 6 नवंबर को आंटोरियो में भारत विरोधी संगठन SFJ तथाकथित खालिस्तानी जनमत संग्रह कराने जा रहा है। इस जनमत संग्रह को रोकने के लिए भारत ने स्पष्ट चेतावनी दी है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानी हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा और गैंगस्टर से आतंकवादी बने एवं कनाडा में रह रहे लखबीर सिंह उर्फ लांडा के चार शूटरों को गिरफ्तार किया है।
Punjab: पंजाब में नहीं थम रहा खालिस्तानी(Khalistan) समर्थक और भारत विरोधी नारों को लिखने का चलन। राज्य के बठिंडा(Bathinda) में वन अधिकारी के कार्यालय की दीवार पर लिखे गए खालिस्तानी नारे।
Swaminarayan Temple: कनाडा स्थित स्वामी नरायण मंदिर की दिवार पर भारत विरोधी नारे लिखे गए हैं। इतना ही नहीं मंदिर खालिस्तान समर्थकों द्वारा मंदिर में तोड़फोड़ भी की गई है। भारत सरकार ने इस मामले पर कड़ी आपत्ती जताई है।
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