मीराबाई चानू ने शनिवार को 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतकर टोक्यो ओलंपिक में भारोत्तोलन पदक के लिए भारत के 21 साल के इंतजार को समाप्त कर दिया। 2000 के ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले कर्णम मल्लेश्वरी ने चानू की प्रशंसा की और उम्मीद जताई कि भारत अगले ओलंपिक में एक और पदक देखेगा।
रियो 2016 खेलों में ऐसा नहीं हुआ लेकिन मीराबाई ने आज सुबह टोक्यो खेलों में पदक जीत लिया और तब से उनकी मां सेखोम ओंग्बी तोम्बी लीमा के खुशी के आंसू रुक ही नहीं रहे हैं।
टोक्यो ओलंपिक में वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने भारत की झोली में सिल्वर मेडल डाल दिया है। चानू ने 49 किलो ग्राम वर्ग में 202 के कुल वजन के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
मणिपुर की इस भारोत्तोलक ने समय लेकर वजन उठाया। उन्होंने अगले प्रयास में 87 किग्रा वजन उठाया और फिर इसे बढ़ाकर 89 किग्रा कर दिया जो उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 88 किग्रा से एक किग्रा ज्यादा था जो उन्होंने पिछले साल राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में बनाया था।
टोक्यो ओलंपिक में वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने भारत की झोली में सिल्वर मेडल डाल दिया है। चानू ने 49 किलो ग्राम वर्ग में 202 के कुल वजन के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया। मीराबाई चानू के सिल्वर मेडल जीतने पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बधाई दी है।
टोक्यो ओलंपिक में भारत की तरफ से रजत पदक हासिल करने वाली मीराबाई चानू ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। उनकी इस सफलता पर बॉलीवुड के सितारों ने उन्हें बधाई दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि टोक्यो ओलंपिक की इससे अच्छी शुरुआत की उम्मीद नहीं की जा सकती थी। मीराबाई के शानदार प्रदर्शन से भारत उत्साहित है।
टोक्यो ओलंपिक में वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने भारत की झोली में सिल्वर मेडल डाल दिया है। चानू ने 49 किलो ग्राम वर्ग में 202 के कुल वजन के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया। इसी के साथ चानू ओलंपिक में मेडल जीतने वाली दूसरी वेटलिफ्टर बन गई।
ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला कर्णम मल्लेश्वरी ने टोक्यो ओलंपिक में शीर्ष सम्मान हासिल करने के लिए मीराबाई चानू पर अपनी उम्मीदें टिका दी हैं। मल्लेश्वरी इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि चानू दमदार प्रदर्शन कर टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतेगी।
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