Project Arth Ganga: देश की लगभग नदियां प्रदुषण का शिकार हो गई है। अब नदियों का साफ करना एक चुनौती बन गई है। सरकार के तरफ से कई योजनाएं आती है कि ताकि नदियों को स्वच्छ किया जा सकें लेकिन धरातल पर काम न के बराबर दिखता है।
इस कार्यक्रम के तहत धार्मिक व पौराणिक नगर अयोध्या में पवित्र नदी सरयू में गिरने वाले सभी नालों को टैप कर दूषित जल को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचाया जा रहा है। इससे अयोध्या में पवित्र नदी सरयू के जल की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
इन चीजों में ओलंपिक में भारत का सम्मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों के खेल उपकरणों सहित कई प्रतिष्ठित और ऐसी कलात्मक वस्तुएं शामिल हैं जो प्रधानमंत्री को उपहार या स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की गयी हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत 6 मेगा प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करेंगे।
सबसे ज्यादा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है। राज्य सरकार के सहयोग के बिना जमीनी स्तर पर इस तरह के परिणाम प्राप्त करना मुश्किल है। पीएम मोदी ने वाकई सरकार के काम करने की रफ्तार और मानसिकता दोनों को बदला है।
नमामी गंगे प्रोजेक्ट के तहत पटना में गंगा की साफ सफाई के साथ साथ घाटों को सुंदर बनाने के काम भी हो रहा है। रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के जरिए पटना के अधिकतर गंगा घाट एक दूसरे के साथ जुड़ गए हैं।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में अटल घाट की सीढ़ियां दोबारा बनाई जाएंगी। पिछले सप्ताह नमामि गंगे प्रोजेक्ट की बैठक के लिए कानपुर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन सीढ़ियों पर गिर गए थे, लेकिन उन्हें तुरंत एसपीजी कर्मी ने संभाल लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर में स्टीमर में बैठकर नमामि गंगे प्रोजेक्ट का जायजा लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी को मिलने वाले उपहारों की नीलामी से मिलने वाली रकम और उनकी बचत की रकम से किए गए अबतक के दान को देखें तो यह 100 करोड़ रुपए से अधिक का दान बन जाता है
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नीतिन गडकरी ने गुरूवार को कहा कि नमामि गंगे परियोजना को लागू किये जाने के लिए धन की कोई कम नहीं है।
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