Alexander Lukashenko on Nuclear Weapons: बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा है कि परमाणु हमले से केवल यूक्रेन नहीं बल्कि पूरी दुनिया नष्ट हो जाएगी।
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच कई महीनों से जंग चल रही है। अभी तक इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला नहीं है कि आगे क्या होगा। इधर पुतिन ने परमाणु की धमकी दे कर सबको परेशान कर दिया है।
North Korea-Kim Jong un: उत्तर कोरिया एक के बाद एक मिसाइल परीक्षण कर रहा है। जिसके चलते ऐसा कहा जा रहा है कि वह परमाणु हमला भी कर सकता है।
Russia-ukraine War:रूसी सैनिक यूक्रेन से करीब सात माह से भीषण युद्ध लड़ रहे हैं। मगर रूस की भारी-भरकम सेना पर कई बार यूक्रेनी सैनिक भारी पड़ चुके हैं। इसके पीछे रूस को अमेरिका और पश्चिमी देशों की कुछ साजिश नजर आ रही है। रूस हैरान है कि यूक्रेन के पास इतनी ताकत आखिर कहां से आ रही है।
Safest Places on Earth: परमाणु हमले की चपेट में अगर दुनिया के सभी देश आ जाते हैं तो अंटार्कटिका धरती पर इकलौती ऐसी जगह होगी जहां आदमी सेफ रह सकेगा।
Russia Ukraine War: यूक्रेन की सेना ने मंगलवार को बयान जारी कर दावा किया है कि रूसी सेना निराशा के साथ खेरसॉन से चली गई है। वह इतनी निराश है कि वह अपने हथियार डिपो को नष्ट कर रही है। इसके साथ ही वह रास्ते में आने वाले हर पुल को तोड़ रही है।
Nuclear Attack Safty:रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर की धमकियों को वाकई यूक्रेन हल्के में नहीं ले रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को भी पता है कि पुतिन सनक में आकर कुछ भी कर सकते हैं। इसलिए जेलेंस्की परमाणु हमले की आशंका के मद्देनजर किसी तरह की लापरवाही नहीं करना चाहते हैं।
Russia-Ukraine War:क्या राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर वाकई परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे? क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) पर नजर रखने वाले यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या रूसी नेता की परमाणु धमकी सिर्फ झांसा है, इससे अहम और कठिन सवाल नहीं हो सकता।
Putin Tactical Nuclear Weapons: अमेरिका की कई खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इनकी संख्या 1000 से 2000 के बीच हो सकती है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर पुतिन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करते हैं, तो वह टैक्टिकल परमाणु हथियार हो सकते हैं।
America Warns Russia: रूस और यूक्रेन के बीच सात महीने से चल रहे भीषण युद्ध के परिणाम दुनिया को किस ओर ले जाएंगे, यह कहना किसी के लिए भी मुश्किल हो रहा है। यूक्रेन पर से अपनी पकड़ ढीली होते देख रूस ने अब यूक्रेन पर परमाणु हमले की तैयारी तेज कर दी है। ऐसे में पूरी दुनिया में खलबली मच गई है।
Nuclear Tension: यूरोपीय संघ को व्लादिमीर पुतिन की धमकियों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए कि वह यूक्रेन में संघर्ष में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं,
Russia-Ukraine War Update: यूक्रेन से मुकाबले में खुद को पिछड़ता देख रूस ने यूक्रेन पर चौतरफा बमों और मिसाइलों की बरसात करके फिर से हाहाकार मचा दिया है। इससे यूक्रेन में खलबली मच गई है। करीब सात माह से चल रहे युद्ध में इन दिनों रूस ठंडा पड़ गया था। हालत ये हो गई कि उसके काफी सैनिक मैदान छोड़कर भागने लगे थे।
Nuclear Power: रूस और यूक्रेन के बीच छह महीने से चल रहे भीषण युद्ध के दौरान जिस तरह से हालात बदल रहे हैं, इससे पूरी दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की ओर जाती दिख रही है। ऐसे में कई देशों पर परमाणु हमले की आशंका भी बढ़ती जा रही है। रूस से लेकर उत्तर कोरिया तक अलग-अलग देशों पर परमाणु हमला करने की धमकी भी दे रहे हैं।
North Korea Nuclear Weapons: किम ने गुरुवार को उत्तर कोरिया की संसद में ये बात कही थी। संसद में सदस्यों ने परमाणु हथियार का उपयोग करने से जुड़ा प्रस्ताव भी पारित किया था। इस प्रस्ताव को किम ने परमाणु हथियारों के संबंध में देश की स्थिति को पुख्ता करने वाला कदम बताया।
Kim Jong Un North Korea dictator: अमेरिका भले ही खुद को कितना बड़ा ताकतवर राष्ट्र होने का दावा करता हो, मगर उत्तर कोरिया के तानाशाह कहे जाने वाले नेता किम जोंग-उन पर अमेरिकी चेतावनियों और धमकियों का कभी कोई असर नहीं होता।
Nuclear War Russia Ukraine: वैज्ञानिकों ने कहा कि उनकी रिसर्च में पता चला है कि अगर अधिकतर लोग परमाणु हमले के कारण न मरें, लेकिन उन्हें भूख मार देगी। अधिकतर देशों में खाद्य उत्पादन में 90 फीसदी तक की गिरावट आएगी।
Nuclear War US Russia Study: इस बड़े युद्ध का खतरा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से बढ़ गया है। शोधकर्ताओं ने गणना प्रत्येक देश के परमाणु हथियारों के आधार पर की है। इनमें ब्रिटेन सहित नौ देश हैं, जिनके पास वर्तमान में 13,000 से अधिक परमाणु हथियार हैं।
टॉरपीडो डिस्पोजेबल परमाणु रिएक्टर से टकराने से पहले 200 घंटे तक 30 समुद्री मील (56 किमी / घंटा या 35 मील प्रति घंटे) से अधिक की गति से चल सकता है। इसके अलावा दुश्मन पर हमला करने से पहले यह खुद ही पानी में अपना परमाणु रिएक्टर छोड़ेगा और फिर उसपर वारहेड से निशाना लगाएगा।
किसी दुश्मन देश के पानी में युद्धपोत या फिर लड़ाकू विमान पर हमला करना काफी मुश्किल होता है। लेकिन चीन अब हफ्तेभर के भीतर ही प्रशांत महासागर में टॉरपीडो की पूरी सेना के साथ हमले कर सकता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रूसी अरबपति और अनाधिकारिक शांति वार्ताकार रोमन अब्रामोविच के साथ मुलाकात के दौरान रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि, 'जेलेंस्की से जाकर कह दीजिए मैं उन्हें बर्बाद कर दूंगा।'
संपादक की पसंद