इंडो-फ्रेंच चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (आईएफसीसीआई) द्वारा यहां आयोजित चौथे भारत-फ्रांस निवेश सम्मेलन से इतर लेनैन ने कहा कि यूरोपीय देश से संबंधित कंपनियों ने भारत में 10 अरब यूरो से अधिक का निवेश किया है जिससे 2.50 लाख भारतीयों को रोजगार मिल रहा है।
फ्रांस के साथ हुए भारत के राफेल सौदे को लेकर एक बार फिर से राजनीति गरमा गई है। जहां एक ओर भारत के साथ राफेल सौदे में कथित भ्रष्टाचार की अब फ्रांस में न्यायिक जांच होगी।
वर्ष 2016 में भारत ने फ्रांस के साथ एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिसके अनुसार, 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल विमान खरीदे जाने थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फरवरी में कहा था कि अप्रैल 2022 तक देश में लड़ाकू विमानों की पूरी खेप मौजूद होगी।
साल 2016 में भारत और फ्रांस के बीच 36 राफेल विमानों की खरीद को लेकर करार हुआ था, यह दोनों सरकारों के बीच का कॉन्ट्रेक्ट है और दोनों सरकारों के बीच 59000 करोड़ रुपए में यह सौदा हुआ है।
फ्रांस से 3 और राफेल लड़ाकू विमान फ्रांस से भारत पहुंच गए हैं। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि राफेल विमान ने बुधवार की रात फ्रांस से उड़ान भरी थी और बिना रुके लगातार यात्रा करते हुए गुरुवार को सीधे भारत की जमीन पर उतरे।
राफेल विमानों की अगली खेप मध्य अप्रैल तक भारत पहुंचेगी। भारतीय वायुसेना राफेल विमानों की दूसरी squadron बनाएगी, जिसे पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस पर तैनात किया जाएगा। एक स्क्वैड्रन में 18 विमान होते हैं।
SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016 से साल 2020 के बीच दुनिया में सबसे ज्यादा हथियार सऊदी अरब द्वारा इंपोर्ट किए गए हैं इसके बाद भारत का नंबर आता है। तीसरे नंबर पर मिस्त्र, चौथे पर ऑस्ट्रेलिया और पांचवे पर चीन आता है।
भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए 3 और राफेल लड़ाकू विमानों का तीसरा जत्था भारत पहुंच चुका हैं। ये जानकारी भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने ट्वीट करके दी है।
पहली बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर राफेल लड़ाकू विमानों ने फ्लाई पास्ट में लिया हिस्सा।
नवगठित राफेल लड़ाकू विमान 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होंगे और 'वर्टिकल चार्ली' के गठन के लिए फ्लाईपास्ट का समापन करेंगे।
Republic Day Parade 2021: राफेल लड़ाकू विमान 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होगा और फ्लाईपास्ट का समापन इस विमान के ‘वर्टिकल चार्ली फार्मेशन’ में उड़ान भरने से होगा। यह जानकारी भारतीय वायुसेना ने सोमवार को दी।
फकीर-ए-आजम एक राजनीतिक हास्य व्यंग्य की सीरीज है, जिसके संस्करण हर हफ्ते इंडिया टीवी पर ऑन-एयर किए जाएंगे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राफेल फाइटर जेट्स का वायुसेना के बेड़े में शामिल होना पूरी दुनिया, खासकर हमारी संप्रभुता की ओर उठी निगाहों के लिए एक बड़ा और कड़ा संदेश है।
फ्रांस से आए पहले पांच राफेल लड़ाकू विमानों (Rafale Fighter Jets) की पहली खेप आज अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से वायुसेना (Indian Air Force) में शामिल हो चुकी है। देखिए, राफेल लड़ाकू विमानों की आज की तस्वीरें-
भारत के लिए खास तौर पर तैयार किए गए अत्याधुनिक 36 राफेल विमान मीका, मीटियोर और स्काल्प मिसाइलों से लैस है। इन मिसाइलों की बेजोड़ मारक क्षमता से वायुक्षेत्र में भारतीय वायुसेना का दबदबा हो जाएगा।
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर बढ़ते तनाव के बीच पांच राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप को आज अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल कर लिया गया है।
वायुसेना ने 59 हजार करोड़ रुपये की लागत से फ्रांस से 36 राफेल फाइटर का सौदा किया है, इसमे से 5 विमान जुलाई में भारत आए थे, वहीं 4 विमान की अगली खेप के अक्टूबर में आने की संभावना है।
राफेल फाइटर जेट LAC से करीब 1800 किलोमीटर दूर हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों में हुंकार भर रहे हैं। रात के अंधेरे में राफेल की सफल लैंडिंग की ट्रेनिंग चल रही है।
क्रिकेट के भगवान और खुद एयरफोर्स में ग्रुप कैप्टन के मानद पद पर तैनात सचिन तेंदुलकर ने भी राफेल विमान के आगमन पर इंडियन एयरफोर्स को बधाई दी।
फ्रांस से 27 जुलाई की सुबह चले 5 सुपरसोनिक राफेल विमानों की अंबाला एयरबेस पर आज बुधवार दोपहर बाद 3.10 बजे हैप्पी लैंडिंग हुई।
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