राज्यसभा के लिए पार्टी की पसंद संकेत देती है कि वह इस साल चुनावों का सामना करने जा रहे राज्यों में अपने सामाजिक समीकरण मजबूत करने की कोशिश में है...
राज्यसभा चुनाव में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी को राज्यसभा भेजे जाने की बात कही जा रही थी...
गणित कुछ ऐसा है कि अगर सपा अपने एक पत्याशी को जिताने के बाद अपने सारे विधायकों का मत कांग्रेस और रालोद के साथ बसपा के पक्ष में शिफ्ट कर दे तो बसपा अपना एक उम्मीदवार जीता सकती है।
गुजरात विधानसभा में आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा केवल दो सदस्यों को राज्यसभा में भेज सकती है। इसलिए पार्टी ने जेटली को उत्तर प्रदेश से नामांकित किया है...
मंगलवार को हुई बैठक में बसपा प्रमुख मायावती ने सबको चौंकाते हुए भीमराव अंबेडकर का नाम घोषित किया था...
पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि मायावती या तो खुद राज्यसभा जाएंगी या अपने भाई आनंद कुमार को प्रत्याशी बनाएंगी...
16 जनवरी को सुबह नौ बजे बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा और उसी दिन शाम पांच बजे मतगणना होगी...
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