भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि रणजी ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट की रीढ़ की हड्डी है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल के मुताबिक बोर्ड रणजी ट्राफी को दो चरणों में आयोजित करने की योजना बना रहा है।
सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट को लगता है कि लाल गेंद प्रारूप (प्रथम श्रेणी या टेस्ट) में खेल की कमी के कारण खिलाड़ियों का कौशल प्रभावित होना शुरू हो गया है।
देश भर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण बीसीसीआई को मंगलवार को रणजी ट्रॉफी सहित कुछ बड़े टूर्नामेंट को स्थगित करने के लिये बाध्य होना पड़ा।
पालेकर मूल रूप से रत्नागिरी जिले खेड़ तहसील के शिव गांव के रहने वाले हैं।
देश में तेजी से बढ़ते कोविड-19 केस को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
मनोज तिवारी ने आखिरी बार मार्च 2020 में रणजी ट्रॉफी फाइनल मुकाबला खेला था, वो मैच उन्होंने सौराष्ट्र से गंवाया था।
मुंबई की टीम से जुड़े सूत्रों ने कहा, "हां, दो सदस्यों का कोविड-19 का परीक्षण पॉजिटिव आया है तथा दुबे की जगह साईराज पाटिल को टीम में शामिल किया गया है।"
सूत्रों के अनुसार, छह खिलाड़ियों सुदीप चटर्जी, अनुस्तुप मजूमदार, काजी जुनैद सैफी, गीत पुरी, प्रदीप्त प्रमाणिक, सुरजीत यादव और सहायक कोच सौराशीष लाहिड़ी को वायरस से संक्रमित पाया गया है।
बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेटरों के लंबे समय से बकाया राशि का भुगतान करना शुरू कर दिया है।
इस टीम में सलामी बल्लेबाज अथर्व तायडे, विकेटकीपर और सलामी बल्लेबाज सिद्धेश वाथ, गणेश सतीश और अपूर्व वानखेड़े भी शामिल हैं।
भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव को उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ ने बुधवार को रणजी ट्रॉफी के लिए अपना कप्तान नियुक्त किया है।
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत के लंबे समय बाद रणजी क्रिकेट में वापसी करने को तैयार है। दरअसल, श्रीसंत को को आगामी रणजी ट्रॉफी के लिए केरल की 24 सदस्यीय टीम में चुना गया है।
विहारी ने 12 टेस्ट मैचों में 32.84 के औसत से 624 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक उनके नाम हैं।
कोरोना महामारी के कारण पिछले सत्र में रणजी ट्रॉफी रद्द होने के कारण घरेलू क्रिकेटरों को उनकी मैच फीस का कम से कम 50 प्रतिशत मुआवजा मिल सकता है।
ऑलराउंडर दीपक हुड्डा ने बड़ौदा छोड़ दिया है और आगामी घरेलू क्रिकेट सत्र से राजस्थान के लिए खेलेंगे।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) प्रतिष्ठित रणजी ट्रॉफी के साथ सभी आयु वर्ग के अपने घरेलू टूर्नामेंटों का आयोजन मौजूदा सत्र में करेगा जिसकी घोषणा शनिवार को की गयी।
कई पूर्व खिलाड़ियों ने 1934-35 में शुरुआत के बाद से पहली बार रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं करने के भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अभूतपूर्व फैसले पर सहमति जताई।
बैठक में एजेंडा में सात विषय शामिल हैं जिसमें शीर्ष पर घरेलू क्रिकेट है। इसमें जूनियर और महिला क्रिकेट भी शामिल है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) कोविड-19 महामारी के बावजूद रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर आश्वस्त है।
संपादक की पसंद