वित्त मंत्रालय ने भारतीयों के Black Money से जुड़ी 3 साल पहले जमा कराई गई रिपोर्ट साझा करने से इनकार कर दिया है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा एटीएम में आए जाली और नकली नोटों को पकड़ने (पहचान) की कोई व्यवस्था ही नहीं की गई है।
लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी जीवन से जुड़ी जानकारियों से संबंधित ऐसे सवाल पूछ रहे हैं, जिनका जवाब देना PMO के लिए मुश्किल पड़ रहा है।
एक रुपए के नोट को छापने की लागत 1.14 रुपए के करीब बैठती है, ज्यादा जानकारी के लिए पढ़े खबर इंडिया टीवी।
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