नए साल पर लोगरिजोल्यूशन बनाते है। लेकिन हमें अपनी फाइनेंशियल स्थिति को मजबूत बनाने के लिए भी रिजोल्यूशन तय कर उन्हें पूरा करने के प्रयास करने चाहिए।
अक्सर हड़बड़ी में ली गई इंश्योरेंस पॉलिसी आपके लिए फायदेमंद नहीं होती और आप इसे बीच में बंद करना पड़ता हैं। निवेश करने से पहले इन बातों का रखें ख्याल।
आपकी ओर से किया गया निवेश या बचत उसी हालत में फायदेमंद होती है, जब वह मौजूदा महंगाई दर को पीछे छोड़ सके।
डाक घर की बचत और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम में निवेश करते आ रहे हैं। तो अब हो सकता है कि आपको पहले जितनी यील्ड न मिले।
पोस्ट ऑफिस की कई स्कीम्स हैं, जो आपको शॉर्ट टर्म से लेकर लॉन्ग टर्म में ठीक-ठाक लेकिन सिक्योर्ड रिटर्न और निवेश पर टैक्स में छूट देती हैं।
शादी जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल होता है। हर कोई चाहता है कि वह अच्छे से अच्छा इंतजाम करे। इस चक्कर में लोग अपनी आर्थिक क्षमता से ज्यादा खर्च कर देते हैं।
अक्सर बेहतर रिटर्न के लिए बैंक के सेविंग अकाउंट के अलावा दूसरे विकल्पों की भी तलाश में रहते हैं। ऐसे में डबल रिटर्न जैसी योजनाओं के जाल में फंस जाते हैं
नेशनल पेंशन स्कीम के साथ रिटायरमेंट प्लानिंग से पहले उसके रिटर्न के गणित को ठीक प्रकार से समझ लेना भी बहुत जरूरी है।
भविष्य की जरूरत के लिए नियमित रूप से सेविंग करते रहना बेहद जरूरी है। लेकिन सेविंग का असल फायदा तभी मिलेगा जब भविष्य को लेकर आपके लक्ष्य निश्चित होंगे।
बचत के तरीके आदतों में शुमार करके आप रोजाना के खर्चों में कटौती कर सकते हैं।
कॉलेज की बुक्स पर सालाना भारी भरकम रकम खर्च करना पड़ता है। एक अनुमान के मुताबिक कॉलेज स्टूडेंट करीब 30 फीसदी पैसे बुक्स को खरीदने में खर्च करते हैं।
इंगेजमेंट रिंग खरीदते वक्त अगर इन बातों का ख्याल रखेंगे तो शायद आगे आने वाले बड़े खर्चों के लिए आप पहले से ही तैयार हो सकते हैं ।
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