पहली बार ऐसा हुआ जब युवा अपनी मांगों को लेकर इस तरह बिना कपड़ों के प्रदर्शन करते हुए नजर आए। विधानसभा पहुंचे युवाओं को पुलिस ने रोकने की कोशिश की। बाद में युवाओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
याचिका में कहा गया है कि सरकार ने अभी तक अनुसूचित जाति और जनजातियों के समुदायों में क्रीमी लेयर की पहचान नहीं की है जिसका नतीजा यह हुआ है कि इन्हीं समूहों के वंचित सदस्यों की कीमत पर इनके समृद्ध लोग लगातार आरक्षण का लाभ प्राप्त करते आ रहे हैं।
SC/ST एक्ट को लेकर एमपी में घमासान, सवर्णों ने आयोजित की रैली | SC/ST एक्ट को लेकर संशोधन से नाराज़ है सवर्ण
संपादक की पसंद