कश्मीर के आईजीपी ने कहा कि हमारे पास पुख्ता सबूत हैं जिनसे साबित होता है कि हत्या की साजिश पाकिस्तान में रची गई और इसके पीछे आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का हाथ है...
पुलिस ने इससे पहले एक स्थानीय नागरिक को गिरफ्तार किया था, जो बुखारी के गार्ड की पिस्तौल और पत्रकार के दो मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया था...
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सीमापार गोलीबारी से एक महीने के भीतर 28 जवान शहीद हो गए और ऐसे में वहां वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या कर दी जाती है।
बुखारी और उनके दो अंगरक्षकों की गुरूवार शाम इफ्तार से थोड़ा पहले श्रीनगर के लाल चौक के निकट प्रेस एनक्लेव में राइजिंग कश्मीर के कार्यालय के बाहर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, राज्य के लोकनिर्माण मंत्री नईम अख्तर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज, स्थानीय पत्रकारों और समाज के सभी वर्गों के लोगों ने भी अंतिम संस्कार में शिरकत की। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी यहां मौजूद रहीं।
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