इजरायल और सीरिया में जंग लगातार जारी है। सीरिया इजराइल पर हमले पर हमला करता जा रहा है। वहीं इजराइल भी सीरिया के हर हमले का जवाब दे रहा है। अब तक जंग में दोनों देशों के काफी सैनिकों समेत आम नागरिकों की मौत हो चुकी है। ताजा मामले में सीरिया इजराइल पर मानव रहित विमान से हमला करना चाह रहा था।
सीरिया में कई जगहों पर किए गए इस हमले में 5 सैनिक घायल हो गए। वहीं ईरान के सैन्य कमांडर की मौत हो गई। ईरानी सैन्य कमांडर मिलाद हैदरी हमले में मारे गए, इसे इजरायल की ओर से ‘आपराधिक हमला‘ बताया।
हमला होम्स के पश्चिमी ग्रामीण इलाके में एक सैन्य अड्डे पर हुआ। गुरुवार के बाद से सीरियाई सैन्य ठिकानों पर इजरायल का यह तीसरा हमला था।
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उत्तर-पूर्वी सीरिया में संदिग्ध ईरानी ड्रोन के हमले में उसके एक कॉन्ट्रैक्टर की मौत हो गई। इस हमले में अमेरिका के पांच सैनिक और एक अन्य कॉन्ट्रैक्टर भी घायल हुए। इसके बाद अमेरिका ने एयर स्ट्राइक कर दी।
द स्पेक्टेटर इंडेक्स ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर दावा किया है कि ईरानी मूल के एक ड्रोन हमले में एक अमेरिकी ठेकेदार की मौत हो गई और पांच अमेरिकी सैनिक घायल हो गए जिसके बाद अमेरिका ने सीरिया में हवाई हमले शुरू किए।
यूरोपीय आयोग ने कहा कि कुल 6.05 बिलियन यूरो तुर्की को अनुदान और ऋण के रूप में और सीरिया को 950 मिलियन यूरो अनुदान के रूप में प्रदान किए जाएंगे। अनुदान का 50 प्रतिशत से अधिक (3.6 बिलियन यूरो) यूरोपीय आयोग और यूरोपीय संघ के सदस्य राज्यों के साथ-साथ यूरोपीय निवेश बैंक और पुनर्निर्माण और विकास के लिए यूरोपीय बैंक से आएगा।
सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल असद ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि अमेरिका सीरिया में आतंकी कैंप चला रहा है। रूस सीरिया संबंधों के बारे में पूछे जाने पर बसर अल असद ने कहा कि पिछले कुछ साल में राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठकें हमेशा महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई हैं।
इजरायल ने हाल के महीनों में सीरिया और लेबनान में ईरान के सहयोगियों को हथियार पहुंचाने वाली सप्लाई लाइन को बाधित करने के लिए कई हमले किए हैं। इसमें सीरियाई हवाई अड्डों को खासतौर पर निशाना बनाया गया है।
मध्य सीरिया में इस्लामिक स्टेट फॉर ईराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) समूह द्वारा दो विभिन्न स्थानों पर बिछाई गई सुरंगों में सोमवार को जबरदस्त विस्फोट हो गया। इन विस्फोटों में 10 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य लोग घायल हो गए। सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी। रिपोर्ट के अनुसार सुरंगों में विस्फोटक लगाया गया था।
इस्लामिक स्टेट ऑफ ईराक एंड सीरिया(आइएसआइएस) आतंकियों की पनाहगाह बने सीरिया को अब अरब लीग में वापस लाने की मांग उठने लगी है। अरब के एक वरिष्ठ सांसद सीरिया को अरब लीग में वापस लाने के लिये राष्ट्रपति बशर असद से रविवार को बातचीत करने के लिए दमिश्क पहुंचे हैं। यह यात्रा बगदाद में एक लघु शिखर सम्मेलन के बाद हुई।
तुर्की में एक बार फिर से भूकंप के दो बड़े झटके महसूस किए गए हैं।अबतक तीन लोगों की मौत और 200 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। भूकंप के बाद 32 आफ्टर शॉक्स की भी जानकारी मिली है।
तुर्की और सीरिया में आए पहले भूकंप के 15 दिन बाद एक बार फिर धरती डोल उठी है। सोमवार को तुर्की में तेज भूकंप के झटके फिर महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई है। फिलहाल जानमाल के नुकसान का पता नहीं चल पाया है। भूकंप आने के बाद से ही तुर्की में फिर से अफरातफरी मच गई है।
तुर्की और सीरिया में भूकंप पीड़ितों की सहायता करने गई भारतीय टीम करीब 13 दिनों तक राहत, बचाव और चिकित्सा कार्यों को अंजाम देने के बाद आज स्वदेश लौट आई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने ट्वीट करके सेना के जवानों के साहसपूर्ण कार्य की तारीफ की है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने तुर्की में भूकंप के 14 दिन बाद प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए 10 करोड़ डॉलर मदद देने का ऐलान किया है। आपको बता दें कि गत 6 फरवरी को दक्षिणी तुर्की और उत्तरी सीरिया में आये विनाशकारी भूकंप से अब तक 44 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
इजराइल ने रविवार तड़के सीरिया की राजधानी दमिश्क पर मिसाइल अटैक किया है। इस हमले में 15 लोगों की मौत की खबर है। साथ ही कई लोग घायल हुए हैं। इस हमले में एक रिहाइशी इलाके को निशाना बनाया गया।
तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप के 13 दिन बाद भी चमत्कार दिखना जारी है। बचाव दलों ने तुर्की और सीरिया में छह फरवरी को आये भूकंप के मलबे से और भी जीवित लोगों को बाहर निकाला है, जबकि लोगों के जीवित मिलने की संभावना घटती जा रही है। भूकंप के बाद शनिवार को हुए घटनाक्रम इस प्रकार हैं:- हेते में तीन लोगों को बचाया गया।
इस बीच, तुर्की और सीरिया में विनाशकारी 7.8 तीव्रता के भूकंप के एक हफ्ते बाद, राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है और मलबे के नीचे दबे लोगों को बचाया जा रहा है। रविवार को मलबे के नीचे 147 घंटों के बाद एक 10 वर्षीय लड़की को बचाया गया था।
"नौ दिन चले अढ़ाई कोस"...यह मुहावरा तो आपने बहुत बार सुना होगा। मगर आज जो घटना हम आपको बताने जा रहे हैं, उसके बारे में सुनकर होश उड़ जाएंगे। तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप को अब 9 दिन हो चुके हैं। एक पल में प्रकृति के प्रकोप ने बहुत सारी जिंदगियां छीन लीं और देखते ही देखते सबकुछ तबाह हो गया।
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आये भूकंप में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या रविवार को 33,179 हो गई, जबकि 92,600 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
इस जलजले में अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हजार हो गई है। तुर्की में भारतीय सेना के जवान और एनडीआरएफ की टीम मुस्तैदी के साथ अपने काम में जुटी हुई है। चिकित्सकों का दल भी घायलों के समुचित इलाज क लिए कमर कसे हुए है।
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