इजरायल-हमास युद्ध के बीच अमेरिकी युद्धक विमानों ने सीरिया में बड़ा हवाई हमला किया है। इसमें 9 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि अमेरिका ने जिस हथियार भंडारण केंद्र पर यह एयरस्ट्राइक की है, वह ईरान से जुड़ा है। ईरान से जुड़े केंद्र पर अमेरिका के हवाई हमले ने तीसरे विश्व युद्ध का खतरा बढ़ा दिया है।
अमेरिका ने सीरिया में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है। यह जानकारी खुद पेंटागन की ओर से दी गई है। अमेरिका ने इसे अमेरिकी बेस पर हुए हमलों की जवाबी कार्रवाई बताया है।
अमेरिका ने इजराइल हमास संघर्ष के बीच सीधी चेतावनी दे डाली है। बाइडेन प्रशासन ने दो टूक चेतावनी देकर कह दिया है कि इस संघर्ष में किसी भी पक्ष द्वारा यदि एक भी अमेरिकी सैनिक को निशाना बनाया जाता है तो अमेरिका अपने दुश्मनों से बहुत बुरी तरह से निपटेगा। जानिए अमेरिका का इशारा किन दुश्मनों की ओर है।
सीरिया के सैन्य ठिकाने पर अज्ञात लोगों द्वारा किए गए भीषण ड्रोन हमले में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में 10 नागरिक भी शामिल बताए जा रहे हैं। घटना एक स्नातक समारोह के दौरान हुई। अचानक समारोह में बमों की बारिश होने लगी और लाशें बिछने लगीं। अभी तक किसी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
मोरक्को के विनाशकारी भूकंप में मरने वालों का आंकड़ा 2000 की संख्या को पार कर गया है। मोरक्को के गृहमंत्रालय के अनुसार अब तक 2012 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की गई है। इस दुखद प्राकृतिक हादसे में 2000 से ज्यादा लोग घायल हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। मलबे में अभी और लोगों के दबे होने की आशंका है।
सीरिया के पूर्वी प्रांत में हुई आतंकी घटना में 23 सीरियाई सैनिकों की मौत हो गई। कई सैनिक घायल हैं तो वहीं, कई लापता भी हैं। घटना में इस्लामिक स्टेट के शामिल होने की रिपोर्ट सामने आई है।
तुर्की और उसके द्वारा समर्थित ग्रुप्स से इस समय काफी तनातनी चल रही है और माना जा रहा है कि ताजा हमलों के बाद दोनों गुटों में तनाव और ज्यादा भड़क सकता है।
सीरिया के मस्जिद में जबरदस्त धमाका होने से 6 लोगों की मौत हो गई और 26 लोग घायल हो गए। धमाका मस्जिद में इबादत के समय किया गया। मस्जिद के पास एक टैक्सी में बम रखकर विस्फोट किया गया।
सीरिया के आसमान में उस वक्त 4 अमेरिकियों की जान मुश्किल में पड़ गई, जब रूसी लड़ाकू विमान ने अमेरिकी विमान को मार गिराने के इरादे से उसका पीछा कर लिया। इससे पहले भी रूस सीरिया में अमेरिका के एमक्यू-9 ड्रोन को मार गिरा चुका है।
सीरिया में सशस्त्र समूह बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्हें जबरन सशस्त्र समूहों में भर्ती करके हथियारों की ट्रेनिंग दी जा रही है और लड़ाई पर भेजा जा रहा है। इस कार्य में तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट ने दुनिया भर की नींद उड़ा दी है।
रूस को कमजोर पड़ता देखकर उसके कमजोर दुश्मन भी सिर उठाने लगे हैं। सीरिया के बागियों ने हाल ही में रूस पर ड्रोन अटैक किया था। पहले से ही जंग और प्रतिबंध से घिरा रूस नए दुश्मन नहीं बनाना चाहता है। जानिए आखिर सीरिया से रूस का पंगा क्या है?
सीरिया में पिछले कई वर्षों से गृह युद्ध चल रहा है। युद्ध की वजह से लाखों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग अपना घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हुए हैं।
कजाकिस्तान ने अपने एक ऐलान से सबको हैरान कर दिया है। कजाख विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह अब सीरिया वार्ता की मेजबानी नहीं करेगा। कजाकिस्तान की इस घोषणा को रूस ने चौंकाने वाला बताया है।
सीरिया में अमेरिका सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हो जाने से पेंटागन तक खलबली मच गई है। गनीमत रही कि 22 अमेरिकी जवानों की जान बच गई है। घायल होने के बाद इन 22 जवानों का इलाज चल रहा है। मगर अमेरिका इस हेलीकॉप्टर हादसे की जांच कर रहा है कि उसे दुश्मनों ने निशाना बनाया या फिर हादसे का शिकार हुआ।
सीरिया में सैन्य ठिकानों पर इजरायल ने हमले किए हैं। क्योंकि इजराइल काफी समय से सीरिया में ईरान समर्थित शिया लड़ाकों को टारगेट कर रहा है, उसके खिलाफ हमले किए हैं।
सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद गुरुवार को अरब लीग सम्मेलन में भाग लेने के लिए सऊदी अरब के लिए रवाना हुए। वर्ष 2011 में सीरिया के संघर्ष के बाद से सऊदी अरब की उनकी यह पहली यात्रा होगी।
करीब 12 साल तक अलग-थलग रहने के बाद सीरिया आखिरकार 7 मई को अरब लीग परिवार में फिर वापस आ गया है। अरब लीग के विदेश मंत्रियों की विशेष बैठक में निर्णय लिया गया कि अरब लीग की परिषद और उसके सभी संगठनों और संस्थानों की बैठकों में भाग लेने के लिए सीरियाई सरकार के प्रतिनिधिमंडल की योग्यता तुरंत फिर से शुरू की जाएगी।
अरब लीग के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने रविवार को सीरिया को अरब लीग में फिर से शामिल करने को लेकर काहिरा में, अरब लीग के मुख्यालय में मतदान किया। इस मतदान के बाद बहुमत से सीरिया की वापसी पर मुहर लग गई है।
जिहादियों के पास अत्याधुनिक हथियार थे। ऑटोमेटिक राइफलें और बाइक थीं। इन लड़ाकों ने पूर्वी क्षेत्र में चरवाहों के एक समूह पर हमला किया। बता दें कि इस देश में पिछले कई सालों से युद्ध की स्थिति है। इस कारण लोगों की भूखों मरने की हालत हो गई है।
इज़राइल की सेना ने दावा किया कि सीरियाई क्षेत्र से 6 रॉकेट दागे जाने के बाद उसकी सेना ने रविवार तड़के सीरिया में जवाबी हमले किए। इज़राइली सेना ने शुरू में कहा था कि दूसरे हमले में जब तीन रॉकेट दागे गए, तो उसने सीरिया के उन इलाकों में पोत से गोलाबारी की, जहां से ये रॉकेट दागे गए थे।
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