दरारें पड़ने से दरक रहे उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में मौसम का मिजाज बिगड़ने से कड़ाके की ठंड ने पीड़ितों की चिंता पहले ही बढ़ा दी थी, और अब उत्तरकाशी में भूकंप की खबरें लोगों को और परेशान कर रही होंगी।
जोशीमठ में मलारी इन और माउंट व्यू होटल वो इमारतें हैं जो आज जोशीमठ में हजारों जिंदगियों के लिए खतरा बन गई हैं। एक-दूसरे की तरफ झुके ये दोनों होटल जोशीमठ में भ्रष्टाचार के जीते जागते सबूत हैं।
इसरो से जारी हुई जोशीमठ की सैटेलाइट तस्वीरें में साफ-साफ देखा जा सकता है कि जोशीमठ का कौनसा हिस्सा धंसने वाला है। यह सभी तस्वीरें काटरेसैट-2एस सैटेलाइट से ली गई हैं।
उत्तराखंड हाई कोर्ट ने गुरुवार को राज्य सरकार से चमोली जिले के भूमि धंसाव प्रभावित जोशीमठ कस्बे के लिए एक मजबूत योजना बनाने का निर्देश दिया। कोर्ट ने सरकार को इस मामले पर गौर करने के लिए स्वतंत्र विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाने का निर्देश दिया।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग(UKPSC) की तरफ से फॉरेस्ट गर्ड भर्ती एग्जाम का प्रवेश पत्र जारी कर दिया गया है। कैंडिडेट्स ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर प्रवेश पत्र को डाउनलोड कर सकते हैं।
उत्तराखंड सबोर्डिनेट सर्विस सिलेक्शन कमीशन के अधिकारी को पेपर लीक(UKSSC Paper leak) मामले में तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
Joshimath में सीएम Pushkar Singh Dhami उन सभी एजेंसी के साथ मीटिंग्स करने वाले हैं जो लोगों के राहत और बचाव के साथ पुनर्वास पैकेज तैयार करने में लगे हैं। #Joshimathcrisis #JoshimathHotelDemolition #JoshimathSinking
उत्तराखंड के जोशीमठ में संकट कम नहीं हुआ है। अब तक करीब पांच सौ परिवारों को राहत कैंप में शिफ्ट किया जा चुका है, तो वहीं सीएम धामी खुद जोशी मठ में कैंप कर रहे हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भूधंसाव से प्रभावित मकानों को गिराने संबंधी अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए लोगों से कहा कि इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
उत्तराखंड के जोशीमठ को बचाने की कोशिशें जारी हैं लेकिन अभी तक खतरनाक होटलों को गिराने का काम शुरू नहीं हो पाया है। इसके पीछे 2 वजहें सामने आई हैं। होटल मालिकों ने होटलों को गिराने के मामले को लेकर हंगामा भी किया था।
उत्तराखंड में जोशीमठ जैसी और भी आपदाएं आ रही हैं। पौड़ी, बागेश्वर, उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग का भी यही हश्र हो सकता है। इन जिलों के स्थानीय लोगों को जोशीमठ जैसे संकट का खौफ है।
मौसम विभाग ने आज जोशीमठ में बारिश और बर्फबारी की भी आशंका जताई है। अगर इन हालात में बारिश होती है तो जोशीमठ पर खतरा और बढ़ सकता है।
Joshimath को बचाने की आखिरी कोशिशें शुरू हो गई हैं। आज उन दो होटलों को ढहाया जाएगा जिन्हें कल ध्वस्त किया जाना था। प्रशासन का कहना है कि नियमों का उल्लंघन करके होटल बनाया गया है इसलिये उसे गिराया जा रहा है। #JoshimathCrisis #joshimathnews
रुद्रप्रयाग के मरोड़ा गांव के नीचे भी टनल का निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन टनल निर्माण के चलते मरोड़ा गांव के घरों में मोटी-मोटी दरारें पड़ चुकी हैं। कई घर तो दरार पड़ने के बाद जमींदोज हो चुके हैं और कई होने की कगार पर हैं।
Uttarakhand के Joshimath के उन दोनों होटलों का Demolition शुरू होने वाला है, जो झुक गए हैं। कल लोगों के Protest की वजह से होटल को गिराने का काम रोक दिया गया था। केंद्र सरकार भी हालात पर नजर बनाए हुए है। #JoshimathRescue #JoshimathDemolition #super100
Uttarakhandजोशीमठ में आज जो कुछ हो रहा है इसकी जिम्मेदारी कौन-कौन सी सरकारों पर जाएगी? आशियानें गिर जाएंगे गुनहगार कब जाएंगे? जोशीमठ में बार-बार चेतावनी के बावजूद क्यों सोती रही प्रशासन?
जोशीमठ के लोगों का दर्द है कि खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। घरों और सड़कों पर पड़ी दरारें की चौड़ाई लगातार बढ़ रही है। डेंजर जोन से लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने हालांकि इस मामले पर तत्काल सुनवाई के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा दायर याचिका को सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया।
Joshimath को बचाने के लिए प्रशासन का एक्शन जारी है। बद्रीनाथ रोड पर बने दो होटलों को तोड़ने का काम जारी है। इस वक़्त Joshimath के 'Mount View' और 'Malari In' होटलों को तोड़ा जा रहा है। #JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है।#JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews #JoshimathHotelsJoshimath News
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