Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है। सबसे पहले Joshimath के वो दो होटल गिराए जा रहे हैं जो सबसे ज़्यादा बुरी हालत में हैं। #JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है। जिन होटलों और मकानों में ज़्यादा दरारें हैं उन्हें गिराने का काम शुरू हो गया है।#JoshimathDemolition
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है। जिन होटलों और मकानों में ज़्यादा दरारें हैं उन्हें गिराने का काम आज से शुरू हो जाएगा।#joshimath #joshimathnewstoday
जोशीमठ में जमीन धंसने के चलते असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज मंगलवार से शुरू किया जा रहा है। आज जोशीमठ के दो होटल्स 'होटल मलारी' और 'माउंट व्यू' को हटाया जाएगा।
क्या जोशीमठ में रह रहे लोगों को शिफ्ट कराना ही होगा? क्या पूरा जोशीमठ देहरादून शिफ्ट होगा? क्या है सरकार का प्लान? क्या है लोगों के मन में ? देखिए इस रिपोर्ट में..
जोशीमठ को बचाने का एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है. सरकार ने लोगों को शिफ्ट करवाने के लिए प्रशासन को आदेश दिया है. लोगों को शिफ्ट करने का काम शुरू भी हो चुका है.
उत्तराखंड में शीत लहर और कोहरे के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ाने का आदेश जारी किया गया है।
जोशीमठ में घरों और ज़मीन पर पड़ी दरारें हर घंटे चौड़ी होती जा रही हैं। प्रशासन ने डेंज़र ज़ोन के घरों पर लाल निशान लगा दिए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
आपदा की दृष्टि से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है। यहां कभी भूकंप से तबाही मचती है, तो कभी जलप्रलय से इस बार भगवान बदरीनाथ धाम के प्रवेशद्वार जोशीमठ से आपदा की आहट आ रही है। यहां घरों पर दरारें पड़ गई हैं, जमीन के नीचे पानी की हलचल साफ सुनाई दे रही है।
Uttarakhand के Joshimath में जमीन धंसने का सिलसिला जारी है। इस बीच राज्य सरकार की एक्सपर्ट की सर्वे रिपोर्ट भी आ गई है। इस बीच आज केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की एक्सपर्ट टीम जोशीमठ पहुंच रही है। #joshimathsinking #joshimath
Joshimath Sinking: Uttarakhand के Joshimath शहर में आई आपदा पर आज बहुत बड़े एक्शन का दिन है। पहाड़ से खिसक कर नीचे की तरफ जा रहे जोशीमठ को बचाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय एक्टिव हो गया है। जोशीमठ मामले में आज PMO की एक हाईलेवल मीटिंग होने वाली है।
जोशीमठ संकट को लेकर पीएमओ ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। पीएम के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा आज दोपहर पीएमओ में कैबिनेट सचिव, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्यों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा करेंगे।
2 Minute, 20 Khabar: Top 20 Headlines Of The Day In 2 Minutes | Top 20 News | January 07, 2023 Uttarakhand के Joshimath के ज्योतिर्मठ में भी आईं दरारें. आपको बता दें कि ज्योतिर्मठ आदि शंकराचार्या की तपस्थली है.
UKMSSB Nursing Officer Recruitment 2023- उत्तराखंड सरकार ने बंपर वैकेंसी निकाली है। इच्छुक उम्मीदवार इन पदों के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़ें।
Joshimath landslide- उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ का जायजा लेने पहुंचे हैं। यहां सीएम उन प्रभावित क्षेत्रों को दौरा करेगें जहां जमीनें धंस रहींं हैं। धामी ने प्रभावित क्षेत्रों से करीब 600 को तुरंत बाहर निकालने का आदेश दिया।
Joshimath land subsidence- जानकारों की मानें तो जोशीमठ धीरे-धीरे डूबने की ओर बढ़ रहा है। जगह-जगह दरारें पड़नी शुरू हो गई है। कई जगह तो लैंडस्लाइड भी हो रही है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रभावित लोगों के स्थायी पुनर्वास के लिए पीपलकोटी, गौचर और अन्य स्थानों पर वैकल्पिक जगहों की पहचान की जानी चाहिए।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग(UKPSC) की तरफ से फॉरेस्ट गॉर्ड भर्ती एग्जाम के प्रवेश पत्र को लेकर एक नोटिफिक्शन जारी की गई है।
Joshimath Disaster: Uttarakhand में प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जोशीमठ शहर के आस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। जोशीमठ के सैंकड़ों मकानों में अचानक दरारें पड़ने से लोग दहशत में हैं। साथ ही जमीन धंसने का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है।
जोशीमठ प्रभावितों के लिए जिला प्रशासन ने आज बड़ा फैसला लिया है। जिन लोगों के घर खतरे की जद में हैं या रहने योग्य नहीं हैं, उन्हें सरकार अगल 6 महीने तक किराया देगी ताकि वे कहीं दूसरी जगह रह सकें।
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