Thursday, May 02, 2024
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इस देश में 40 लाख से ज्यादा लोगों की जिंदगी पड़ी खतरे में, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

ईरान में 40 लाख से ज्यादा लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है। एक ईरानी अधिकारी ने कहा कि देश के पश्चिमी और दक्षिणी प्रांतों में 40 लाख से अधिक लोगों को बिना विस्फोट वाली बारूदी सुरंगों और विस्फोटकों से खतरा है।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published on: April 05, 2023 12:08 IST
प्रतीकात्मक फोटो- India TV Hindi
Image Source : AP प्रतीकात्मक फोटो

ईरान में 40 लाख से ज्यादा लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है। एक ईरानी अधिकारी ने कहा कि देश के पश्चिमी और दक्षिणी प्रांतों में 40 लाख से अधिक लोगों को बिना विस्फोट वाली बारूदी सुरंगों और विस्फोटकों से खतरा है। 1980 से 1988 तक इराक के साथ आठ साल के युद्ध के कारण ईरान में 20 मिलियन बिना विस्फोट वाली खदानें और विस्फोटक बचे हैं। ईरान के माइन एक्शन सेंटर के अध्यक्ष मोहम्मद-होसैन अमीर-अहमदी को खदान कार्रवाई में अंतर्राष्ट्रीय खदान जागरूकता और सहायता दिवस के अवसर पर यह कहते हुए उद्धृत किया गया है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, विस्फोटकों को पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी सीमाओं के साथ पांच प्रांतों में फैले 42,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में लगाया गया है। यहां 30 लाख से अधिक का पता लगाया गया है और उन्हें हटा दिया गया है। अमीर-अहमदी ने कहा कि देश में दफन खदानों और विस्फोटकों ने अब तक 8,000 से अधिक नागरिकों की जान ले ली है, और बेरोजगारी, प्रभावित क्षेत्रों से पलायन और पर्यावरणीय संसाधनों के विनाश का कारण बना है। यह अनुमान लगाया गया है कि अभी 60 से अधिक देशों में 110 मिलियन बारूदी सुरंगें हैं।

42 फीसदी बच्चे भी

बारूदी सुरंग नेटवर्क पर प्रतिबंध लगाने के अंतर्राष्ट्रीय अभियान के अनुसार, दुनिया भर में युद्ध या संघर्ष के बाद की स्थितियों से प्रभावित कई देशों में सालाना 4,200 से अधिक लोग जिनमें से 42 प्रतिशत बच्चे हैं, बारूदी सुरंगों और युद्ध के विस्फोटक अवशेषों (ईआरडब्ल्यू) के शिकार हो रहे हैं। खदानों में सालाना 5,000 से अधिक लोग मारे जाते हैं या अपाहिज हो जाते हैं।

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