
जेरूसलम: इजरायल में हमास के बर्बर हमले के बाद शुरू हुई लड़ाई गाजा को पूरी तरह बर्बाद करने की तरफ बढ़ चुकी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजा में मानवीय संकट अपने सबसे भयावह दौर में पहुंच गया है। इजरायल ने गाजा में खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी चीजों की सप्लाई पूरी तरह रोक दी है और बमबारी को और तेज कर दिया है। मानवीय संगठनों ने चेतावनी दी है कि इजरायल द्वारा खाने-पीने के सामान की सप्लाई रोके जाने से गाजा में भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि उनके पास सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए दवाएं तक नहीं बची हैं।
गाजा में अब आगे क्या होने वाला है?
इजरायली नेता गाजा में और भी ज्यादा बड़े स्तर पर जमीनी हमले की धमकी दे रहे हैं। इजरायल एक नई संस्था के साथ मिलकर, अमेरिका के समर्थन से प्रभावित लोगों को मदद देने का नया सिस्टम शुरू करने की तैयारी कर रहा है। लेकिन राहत संगठनों का कहना है कि यह योजना गाजा की जरूरतों को पूरा नहीं कर पाएगी और इसमें कई पाबंदियां हो सकती हैं। यह भी साफ नहीं है कि यह योजना कब शुरू होगी और इसका खर्च कौन उठाएगा। आगे हम आपको ताजा हालत के बारे में बताएंगे और यह भी बताएंगे कि इजरायल ने गाजा की सप्लाई क्यों रोक रखी है।
'दुनिया ने गाजा से मुंह मोड़ लिया है'
ऑक्सफैम (Oxfam) के इजरायल और फिलिस्तीनी क्षेत्रों की पॉलिसी लीड बुशरा खालिदी ने कहा, 'यह गाजा में इजरायल के युद्ध का सबसे घातक और विनाशकारी दौर है, लेकिन दुनिया ने इससे मुंह मोड़ लिया है। 19 महीनों की तबाही के बाद, गाजा एक ऐसी जगह बन गया है जहां अंतरराष्ट्रीय कानून निलंबित है और मानवता गायब है।' बता दें कि इजरायल ने मार्च के मध्य में 6 हफ्तों का सीजफायर तोड़ दिया और गाजा में हमले फिर शुरू कर दिए। उसका कहना है कि हमास पर सैन्य दबाव डालना बंधकों को रिहा कराने का सबसे अच्छा तरीका है।
3 दिनों में मारे गए 200 से ज्यादा लोग
शुक्रवार को इजरायली हवाई हमलों में 108 लोग मारे गए, जिसके बाद पिछले 3 दिनों में मरने वालों की संख्या 200 से ज्यादा हो गई। ये आंकड़े फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए, जो हमास सरकार के अधीन है और नागरिकों और आतंकियों में अंतर नहीं करता। ये हमले अक्सर रात में होते हैं, जब लोग अपने टेंटों में सो रहे होते हैं। इजरायल ने अस्पतालों, स्कूलों, मेडिकल क्लीनिकों, मस्जिदों और एक थाई रेस्तरां, जो अब शरणस्थली बना हुआ था, को निशाना बनाया। गाजा में कैंसर का इलाज करने वाला एकमात्र बचा अस्पताल, यूरोपियन हॉस्पिटल (European Hospital) भी अब काम नहीं कर रहा।
'हम सिर्फ आतंकियों को निशाना बनाते हैं'
इजरायल का कहना है कि वह केवल आतंकियों को निशाना बनाता है और हमास पर नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाता है। लेकिन लंदन की स्वतंत्र संस्था एयरवॉर्स की कार्यकारी निदेशक एमिली ट्रिप ने कहा कि मरने वालों की संख्या युद्ध के शुरुआती दिनों जितनी हो गई है, जब 7 अक्टूबर 2023 को हमास के बर्बर हमले के बाद इजरायल ने गाजा पर भारी बमबारी की थी। उनके मुताबिक, अप्रैल में इजरायली हमलों में कम से कम एक व्यक्ति के मारे जाने या घायल होने की करीब 700 घटनाएं हुईं, जो केवल अक्टूबर और दिसंबर 2023 के बराबर है।
गाजा में अब तक करीब 53000 की मौत
यूनिसेफ (UNICEF) के अनुमान के मुताबिक, मार्च के आखिरी 10 दिनों में हर दिन औसतन 100 बच्चे मारे गए या घायल हुए। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 से अब तक अनुमानित 53,000 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से लगभग 3,000 लोग 18 मार्च को सीजफायर टूटने के बाद मारे गए।
हाल के दिनों में मारे गए लोगों में शामिल हैं:
- 4 मई को गाजा सिटी में हवाई हमले में फिलिस्तीन चिल्ड्रन रिलीफ फंड (Palestine Children’s Relief Fund) की एक वॉलंटियर फार्मासिस्ट और उनका परिवार।
- 7 मई को एक अन्य हमले में अल अवदा हेल्थ एंड कम्युनिटी एसोसिएशन (Al Awda Health and Community Association) की एक मिडवाइफ और उनका परिवार।
- कतरी टीवी नेटवर्क अल अरबी टीवी (Al Araby TV) का एक पत्रकार और उनके परिवार के 11 सदस्य।
और भी बड़ा हमला करने वाला है इजरायल!
इजरायल गाजा में अपनी कार्रवाई को धीमा करने के मूड में नहीं है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हफ्ते हमास के खिलाफ और अधिक ताकत के इस्तेमाल का वादा किया, भले ही बंधकों के परिवार उनसे समझौता करने की गुहार लगा रहे हों। एक इजरायली अधिकारी, जिसे मीडिया से बात करने की इजाजत नहीं थी और जिसने नाम न बताने की शर्त पर बात की, ने कहा कि शुक्रवार के हमले एक बड़े ऑपरेशन की तैयारी थे। इनका मकसद हमास को संदेश देना था कि अगर बंधकों को रिहा करने का समझौता नहीं हुआ तो जल्द ही बड़ा हमला शुरू होगा।
7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई थी लड़ाई
यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास के नेतृत्व में आतंकियों ने इजरायल में हमला कर 1200 लोगों को मार डाला और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया। मारे गए लोगों में कई बच्चे भी शामिल थे। हमास के पास अभी भी 58 बंधक हैं, जिनमें से 23 के जिंदा होने की उम्मीद है, हालांकि इजरायली अधिकारियों ने 3 की स्थिति पर चिंता जताई है। हमास के हमले के बाद इजरायल ने बहुत बड़े स्तर पर पलटवार किया और गाजा के अधिकांश इलाके को खंडहर में बदलकर रख दिया। अब शायद ही गाजा के लोग 7 अक्तूबर 2023 का दिन भूल पाएंगे।
75 दिनों से रुकी हुई है गाजा की सप्लाई
इजरायल ने गाजा में खाद्य सामग्री, पानी और अन्य जरूरी चीजों की सप्लाई को 75 दिनों से रोक रखा है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, गाजा की पूरी आबादी सहायता पर निर्भर है। ज्यादातर कम्युनिटी किचन बंद हो चुके हैं। UN के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम और वर्ल्ड सेंट्रल किचन का कहना है कि उनके पास खाना खत्म हो चुका है। सब्जियां और मांस या तो मिल नहीं रहे या इतने महंगे हैं कि लोग खरीद नहीं सकते। लोग घंटों लाइन में लगकर थोड़ा बहुत चावल ले पाते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर इजरायल ने नाकेबंदी नहीं हटाई तो गाजा में भुखमरी शुरू हो जाएगी।
आखिर इजरायल ने क्यों रोक रखी है सप्लाई?
इंटीग्रेटेड फूड सिक्योरिटी फेज क्लासिफिकेशन के मुताबिक, गाजा को करीब 5 लाख लोग भयंकर भुखमरीका सामना कर रहे हैं, और 10 लाख अन्य लोग मुश्किल से पर्याप्त खाना जुटा पा रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इजरायल ने गाजा के लिए जा रही मदद क्यों रोक रखी है? दरअसल, इजरायल का कहना है कि हमास के आतंकी गाजा के लोगों को दी जा रही सहायता को लूट लेते हैं और इस तरह खुद को मजबूत करते हैं। इजरायल गाजा के लोगों को एक नए तरीके से मदद देने के पक्ष में है और रिपोर्ट्स के मुताबिक उस प्लान पर काम भी शुरू कर चुका है। (AP)