नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा सलमान रश्दी के उपन्यास सेटेनिक वर्सेस पर तत्कालीन राजीव गांधी सरकार की ओर से लगाई गयी रोक को गलत बताये जाने के कुछ ही घंटे बाद सलमान रुश्दी ने कहा कि इस गलती को सुधारने में कितने और साल लगेंगे।
चिदंबरम ने आज टाइम्स लिटफेस्ट में कहा था कि, उन्हें यह कहते हुए कोई संकोच नहीं है कि सलमान रुश्दी की किताब पर पाबंदी गलत थी।
रुश्दी ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया दी, इस कबूलनामे में महज 27 साल लगे। गलती सुधारने में अभी कितना समय बाकी है?
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क्या कहा था चिदंबरम ने:
सलमान रुश्दी के उपन्यास 'द सैटेनिक वर्सेज' पर तत्कालीन राजीव गांधी सरकार द्वारा रोक लगाने के 27 साल बाद पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि यह गलत था।
उन्होंने यहां 'टाइम्स लिटफेस्ट' में कहा, मुझे यह कहते हुए कोई संकोच नहीं है कि सलमान रुश्दी की किताब पर प्रतिबंध गलत था। जब चिदंबरम से पूछा गया कि वह इतने साल बाद यह बात क्यों कह रहे हैं, तो उन्होंने कहा, अगर आप मुझसे 20 साल पहले पूछते, तब भी मैं यही बात कहता।
1986 से 89 तक रही राजीव गांधी की सरकार में गृह राज्यमंत्री रहे चिदंबरम ने यह भी कहा कि, इंदिरा गांधी ने 1980 में स्वीकार किया था कि आपातकाल लगाना एक भूल थी।