नई दिल्ली: भारत ने थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष में एक हिंदू देवता की मूर्ति तोड़े जाने पर गहरी चिंता जताई है। भारत ने कहा है कि ऐसे 'अपमानजनक' कार्य दुनिया भर में भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं। भारत ने साथ ही दोनों देशों से सीमा विवाद को बातचीत और कूटनीति से सुलझाने की अपील की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा, 'हमें हाल के समय में बनी एक हिंदू देवता की मूर्ति को तोड़े जाने की खबरें मिली हैं। यह मूर्ति थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद से प्रभावित इलाके में स्थित थी।'
'दोनों देश बातचीत और कूटनीति की राह पर लौटें'
रणधीर जायसवाल ने जोर देकर कहा, 'हिंदू और बौद्ध देवताओं की पूजा पूरे क्षेत्र में लोग गहरी श्रद्धा से करते हैं। यह हमारी साझा सभ्यता की धरोहर का हिस्सा है। क्षेत्रीय दावों के बावजूद, ऐसे अपमानजनक कार्य दुनिया भर में भक्तों की भावनाओं को चोट पहुंचाते हैं और इन्हें नहीं होना चाहिए। हम दोनों पक्षों से फिर कहते हैं कि वे बातचीत और कूटनीति की राह पर लौटें, शांति बहाल करें, आगे जानमाल का नुकसान रोकें और संपत्ति तथा धरोहर को नुकसान पहुंचाने से बचें।' बता दें कि दोनों दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच सीमा पर झड़पें जुलाई में शुरू हुई थीं।
कंबोडिया और थाईलैंड के बीच बातचीत शुरू हुई
जुलाई में ही थाईलैंड और कंबोडिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से सीजफायर के लिए सहमत हुए थे, लेकिन इस महीने फिर लड़ाई शुरू हो गई। बुधवार को कंबोडिया और थाई अधिकारियों ने थाईलैंड के चंथाबुरी प्रांत में एक सीमा चौकी पर 4 दिनों की बातचीत शुरू की। कंबोडिया की तरफ से आई जानकारी के मुताबिक, बातचीत का मकसद घातक झड़पों को खत्म करना है। बता दें कि पहले कंबोडिया ने तटस्थ जगह पर बैठक की मांग की थी, जिससे बैठक खतरे में पड़ गई थी, लेकिन कंबोडियाई सरकार ने दोनों रक्षा प्रतिनिधिमंडलों की एक तस्वीर पोस्ट की और कहा कि बातचीत शुरू हो गई है और यह शनिवार तक चलेगी।



