कोलकाता: लोकसभा चुनाव नजदीक आ चुके हैं। देश के अलग-अलग राज्यों में राजनीतिक उठापटक चल रही है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गिरफ्तार हो चुके हैं। बिहार में महागठबंधन की सरकार जा चुकी है और अब वहां एनडीए की सरकार है। दिल्ली में भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और ईडी के बीच जंग जारी है। कांग्रेस पार्टी के राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा चल रही है। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब कोलकाता में शुक्रवार से धरना प्रदर्शन शुरू करेंगी।
मनरेगा से जुड़ा हुआ है मामला
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र द्वारा राज्य का बकाया कथित तौर पर रोके जाने के विरोध में शुक्रवार से धरना देंगी। केंद्र द्वारा विशेष रूप से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत बकाया राशि कथित तौर पर रोके जाने का मुद्दा राज्य में एक बड़े राजनीतिक विवाद में बदल गया है। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘धरना अपराह्न एक बजे रेड रोड इलाके के मैदान में शुरू होगा। हमारी पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगी। पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे।’’
दिल्ली में भी हुआ था धरना-प्रदर्शन
इससे पहले, तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी विधायकों, सांसदों, मंत्रियों और मनरेगा कार्यकर्ताओं के एक समूह के साथ नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था और यहां राजभवन के बाहर पांच दिन तक धरना दिया था। बनर्जी के नेतृत्व में पिछले वर्ष मार्च में भी इसी तरह का दो दिवसीय धरना दिया गया है। तृणमूल के सूत्रों के मुताबिक, यह धरना लोकसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे पर तीसरा बड़ा विरोध प्रदर्शन है। सूत्रों ने कहा कि पश्चिम बंगाल का बजट सत्र पांच फरवरी से शुरू होगा और इस प्रदर्शन के तब तक जारी रहने की संभावना है।