किसी रोग से परेशान हो तो
अगर आप कई दिनों से किसी बीमारी से परेशान हो और किसी दवा से फायदा नही मिल रहा है तो किसी भी शुभ मुहूर्त में दूध, दही, घी और शहद को मिलाकर एक हजार गायत्री मंत्रों के साथ हवन करने से चेचक, आंखों के रोग एवं पेट के रोग समाप्त हो जाते हैं। इसमें समिधाएं पीपल की होना चाहिए। गायत्री मंत्रों के साथ नारियल का बुरा और घी का हवन करने से शत्रुओं का नाश हो जाता है। नारियल के बुरे मे यदि शहद का प्रयोग किया जाए तो सौभाग्य में वृद्धि होती हैं।
या फिर किसी भी शुभ मुहूर्त में एक कांसे के पात्र में जल भर के रख लें और लाल रंग के आसन में बैठकर ऐं ह्रीं क्लीं का संपुट लगाकर गायत्री मंत्र का जाप करें। जाप करने के बाद जो व्यक्ति बीमार हो उसे उस पात्र का जल मिला दें। इससे गंभीर से गंभीर बीमारियों में निजात मिल जाएगी।
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