Saturday, April 27, 2024
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बाबासाहेब की 1,116 ऐतिहासिक वस्तुओं को किया गया संरक्षित, PM मोदी जल्द करेंगे संग्रहालय का लोकार्पण

डॉ बाबासाहेब आंबेडकर के निजी इस्तेमाल की चीजों को केमिकल से ट्रीटमेंट कर संरक्षित किया गया है। इन वस्तुओं को ऐतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षित किया जा रहा है।

Reported By : Yogendra Tiwari Edited By : Malaika Imam Published on: April 14, 2023 12:50 IST
संग्रहालय में संरक्षित की जाएंगी बाबासाहेब की वस्तुएं - India TV Hindi
संग्रहालय में संरक्षित की जाएंगी बाबासाहेब की वस्तुएं

डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती के मौके पर उनके द्वारा इस्तेमाल की गई 1,116 ऐतिहासिक वस्तुओं का रासायनिक और केमिकल ट्रीटमेंट दिया गया। इसे नागपुर के चिचोली स्थित शांतिवन के संग्रहालय में जल्द रखा जाएगा। इसका प्रधानमंत्री मोदी के हाथों लोकार्पण होगा। इंडिया टीवी पर 14 अप्रैल 2014 को बाबासाहेब द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तुओं की बदतर हालत को दिखाया गया था, जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकार हकरत में आई। फिर वस्तुओं की हिफाजत के लिए मोदी सरकार ने 17 करोड़ और राज्य सरकार ने 40 करोड़ दिए थे।

शांतिवन के संग्रहालय में डॉक्टर बाबासाहब के व्यक्तिगत इस्तेमाल में आने वाली 188 तरह की 1,116 वस्तुओं का जतन किया जा रहा है। वहीं, बाबासाहेब आंबेडकर ने जिस टाइप राइटर से भारत का संविधान लिखा था, संविधान की प्रस्तावना ड्राफ्ट की थी, वह जंग खा रहा था, उसे भी रसायनिक प्रक्रिया कर संग्रहालय में रखा जा रहा है। इसके अलावा ऐतिहासिक दीक्षा समारोह में इस्तेमाल में लाई तमाम वस्तुएं यहां रखी गई हैं। 

बाबासाहब की अस्थियां भी रखी गईं 

डॉ बाबासाहेब आंबेडकर के निजी इस्तेमाल की चीजों को केमिकल से ट्रीटमेंट कर संरक्षित किया गया है। इन वस्तुओं को ऐतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षित किया जा रहा है। यहां पर डॉक्टर बाबासाहब आंबेडकर की अस्थियों को भी जतन करके रखा गया है। कांच के स्तूप में चांदी की कटोरी में बाबासाहब की अस्थियां रखी गई हैं, जिसके दर्शन के लिए लोग पहुंचते हैं। इसके अलावा दीमक लग गए बाबासाहेब आंबेडकर की टाई ,जैकेट, कोर्ट, पैंट ,अलमारी, कुर्सी को भी केमिकल ट्रीटमेंट देकर आगामी 100 वर्ष तक हिफाजत में रखने का कार्य किया गया है।

राज्य सरकार ने 40 करोड़ रुपये दिए

9 वर्ष पूर्व बाबासाहेब आंबेडकर की वस्तुओं की बदतर हाल इंडिया टीवी पर जब प्रसारित किया गया, उसके बाद केंद्र एवं राज्य सरकार नींद खुली। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार जब बनी इस दौरान पीएम मोदी के नेतृत्व में इस संग्रहालय के लिए 17 करोड़ रुपये इन वस्तुओं को संभालने एवं चिचोली के शांतिवन के डेवलपमेंट के लिए दिया गया। राज्य सरकार ने 40 करोड़ इसके लिए दिए। उसके बाद बाबासाहेब आंबेडकर के शांतिवन में रखी वस्तुओं के लिए लखनऊ के विशेषज्ञों की टीम इन वस्तु के ट्रीटमेंट के लिए नागपुर आई और आज वह उन तमाम वस्तुओं को केमिकल ट्रीटमेंट दिया गया है और यह दावा किया जा रहा है कि ये वस्तुएं अगले 100 वर्ष सही सलामत रहेंगे।

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