![उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे पर देवेंद्र फडणवीस का बयान](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनते ही देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार में भले ही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में हमारा रोल बदल गया हो, लेकिन हमारी दिशा और समन्वय वही रहेगा। उन्होंने कहा कि जो भी वादे हमने किए हैं, उन्हें पूरा करने का हम प्रयास करेंगे। हमारी राजनीति बदले की नहीं, बल्कि बदलाव की होगी। हम विपक्ष का सम्मान करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि अगले पांच साल तक राज्य में स्थिर सरकार रहे।
मंत्रिमंडल के बंटवारे पर बयान
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव मुंबई अधिवेशन के दौरान होगा और 7 से 9 दिसंबर तक विधानसभा का सत्र आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा नागपुर अधिवेशन के पहले मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। फडणवीस ने कहा कि मंत्रिमंडल के बंटवारे पर लगभग निर्णय हो चुका है, लेकिन नंबर्स बाद में बताए जाएंगे।
"सियासत में संवाद की जगह होनी चाहिए"
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने शरद पवार, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को शपथ ग्रहण समारोह में आने का न्योता दिया था, सभी ने मेरा अभिनंदन किया, लेकिन कुछ कारणों से वह आ नहीं सकें। फडणवीस ने सियासत में संवाद की अहमियत पर जोर देते हुए कहा, "सियासत में संवाद की जगह होनी चाहिए।" वहीं, उद्धव ठाकरे पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते हुए फडणवीस ने कहा, "राजनीति में कोई खत्म नहीं होता है, सब रहेंगे, हम भी रहेंगे।"
एकनाथ शिंदे पर क्या बोले फडणवीस?
एकनाथ शिंदे को लेकर फडणवीस ने कहा, "वह नाराज नहीं थे, सिर्फ नाराजगी की खबरें चलाई गईं।" इसके अलावा, असम में गोमांस पर प्रतिबंध के सवाल पर फडणवीस ने कहा, "महाराष्ट्र में गोवंश हत्या बंदी का कानून हमने लागू किया है और इसे कड़ाई से लागू किया जाएगा।"
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