अगर स्थिति नहीं संभली और इस्तीफे जारी रहे तो एयरलाइन को सिर्फ सितंबर में ही 600-700 फ्लाइट्स को कैंसिल करना पड़ सकता है।
Aircraft Market Initiative: इन दिनों विमान कंपनियों द्वारा निवेश बढ़ाए जाने की खबर देखने को मिल रही है, जिसमें अपने बेड़े में नए विमान शामिल करने हो या कर्मचारी के लिए बेहतर सैलरी पैकेज का इंतजाम करना हो।
Go First Air and SpiceJet News: देश की दो एयरलाइन के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया की सुनवाई होने वाली है। इसके लिए 8 मई की तारीख तय की गई है। आइए पूरा मामला जानते हैं।
Aviation Industry: ऐसा लगता है कि गो फर्स्ट भी उसी राह पर जा रही है जिस राह पर कभी किंगफिशर गई थी। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या गो एयर भी किंगफिशर के रास्ते पर चलते हुए बिजनेस बंद करेगी? ऐसे क्यों लग रहा है? यहां समझिए।
स्पाइसजेट ने अपने नए निदेशक के नाम का ऐलान कर दिया है। यह मंजूरी शेयरधारकों की सालाना आमसभा बैठक में दी गई है।
Rakesh Jhunjhunwala: भारतीय शेयर बाजार के बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) का निधन हो गया है। उन्होंने 62 साल की उम्र में आज सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर आखिरी सांस ली। यह आखिरी बार आकासा एयरलाइन के उद्घाटन के दौरान दिखे थे।
जर्मन एयरलाइन कंपनी 'लुफ्थांसा' ने अपने 1000 से अधिक उड़ानों को रद्द कर दिया है। लुफ्थांसा की फ्लाइट रद्द होने से करीब 1.34 लाख यात्रियों को परेशानी उड़ानी पड़ी है। उन सभी यात्रियों को या तो अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी या फिर नए सिरे से योजना बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
IATA ने कहा कि भारतीय बाजार से परिचालन करने वाली विमानन कंपनियों के राजस्व में 85,000 करोड़ रुपए से अधिक का असर होगा
इक्रा के अनुसार, कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अंतरराष्ट्रीय यात्री दक्षिण-पूर्वी एशिया के देशों की टिकटें रद्द कर रहे हैं। इस कारण विमानन क्षेत्र के भविष्य का परिदृश्य नकारात्मक हो गया है।
एयरलाइन कर्मचारियों की यात्रियों के साथ मुंहजोरी की घटनाओं के मद्देनजर संसद की एक समिति ने सुझाव दिया है कि बुरा बर्ताव करने वाले कर्मचारियों भारी जुर्माना लगाया जाना चाहिए और साथ ही उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस योजना से अब दूरदराज के क्षेत्रों जैसे करगिल और फ्रंटियर लद्दाख के साथ तीसरी श्रेणी के शहरों में 73 नए एयरपोर्ट या हेलिपैड के लिए विस्तार किया हो सकेगा
सरकार असैन्य विमान के विनिर्माण पर विचार कर रही है और इस बाबत तेजी से आगे बढ़ना चाहती है। नागर विमानन मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी।
विमानन मंत्रालय का कहना है कि एयरलाइनों को GST का अनुपालन करने लिए अपनी प्रणालियों में बदलाव के लिए कुछ और वक्त की जरुरत है।
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