आने वाला समय भारत का है। भारत के सुनहरे भविष्य का है। भारत के नेतृत्व में लिए गए फैसले पर दुनिया को अमल करने के लिए मजबुर होने का है। भारत को विकसित राष्ट्र बनते हुए देखने का है। ऐसा हम क्यों कह रहे हैं इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद आप भी समझ जाएंगे।
भारतीय करेंसी रुपया को मजबूत करने के तरीकों के बारे में पता चल गया है। इसी साल नोबेल पुरस्कार जीत चुके एक अमेरिकी अर्थशास्त्री ने एक शानदार तरकीब बताई है। आइए उसके बारे में जानते हैं साथ ही उस अमेरिकी के बारे में भी जानेंगे।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने हाल ही में एफडी पर ब्याज दरों में बदलाव किया है। बैंक टैक्स सेविंग एफडी पर 6.70% की दर से ब्याज प्रदान कर रहा है।
अडानी ग्रुप भारत के विकास के लिए कई तरह की परियोजनाओं में निवेश कर रहा है। इसका असर आने वाले समय में देखने को मिलेगा। लोगों को रोजगार मिलेगा। समूह ने 5,700 करोड़ के प्रोजेक्ट के अप्रुवल के लिए आवेदन भी दिया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट को लेकर बैठके शुरु कर दी हैं। अलग-अलग राज्यों के वित्त मंत्रियों के साथ बैठके कर रही हैं। आज उन मंत्रियों के तरफ से सीतारमण के सामने ये मांगे रखी गई थी।
मजबूत और समृद्ध भारत का निर्माण दूसरों की कीमत पर नहीं होगा, बल्कि भारत यहां अन्य देशों को उनकी पूरी क्षमता का एहसास कराने में मदद करने के लिए है। भारत आर्थिक विकास के तरफ तेजी से बढ़ रहा है।
Recession: मंदी ने अब धीरे-धीरे अपना विकराल रूप लेना शुरू कर दिया है। हजारों की संख्या में कंपनियां अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों को निकाल रही हैं। कुछ एक्सपर्टRecession: मंदी ने अब धीरे-धीरे अपना विकराल रूप लेना शुरू कर दिया आने वाले समय को और खराब बता रहे हैं। आइए जानते हैं कि भारत पर इसका क्या असर पड़ रहा है?
आइजेक ने कहा कि भले ही अभी भारत की विकास दर 8 फीसदी से कम हो गई है लेकिन लंबी अवधि में इसका असर नहीं होगा।
जब दुनिया मंदी के चपेट में होगी तब भारत विकास की नई लकीर खींच रहा होगा। दुनिया भारत को सलाम ठोकेगी, क्योंकि भारत अकेला ऐसा देश होगा जो वैश्विक मंदी के बीच पूरे एशिया में सबसे तेज तरक्की करेगा।
हम भारतवासी इंडियन रेल पर हमेशा गर्व करते हैं। देश के किसी भी कोने में यात्रा करने में ट्रेन काफी आसान साधन माना जाता है। यह सबसे सुरक्षित भी होता है। अगर आप भी भारत के सबसे लंबे ट्रेन से यात्रा करने के बारे में सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है।
नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने दुनिया के मंदी में जाने की बढ़ती आशंकाओं के बीच कहा कि दुनिया की मंदी से भारत अछूता रहेगा।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जीसीसी को भारत से किया जाने वाला निर्यात 2021-22 में 58.26 फीसदी बढ़कर करीब 44 अरब डॉलर हो गया।
कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पहले 25 मार्च से 21 अप्रैल 2020 तक निलंबित किया गया था।
स्मार्टफोन ने न सिर्फ आपके जीवन को सरल बना दिया है, बल्कि इससे समय और पैसे की भी बचत हो रही है।
भारत और अमेरिका के बीच के रिश्ते मजबूत हो रहे हैं। भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय रक्षा व्यापार लगभग 12 साल पहले शून्य से अब 20 अरब डॉलर से अधिक तक पहुंच गया है।
RBI हमेशा सभी बैंको पर नजर रखता है। उसे जब भी किसी गड़बड़ी की आशंका होती है तो वह उस बैंक के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करता है। इस बार बारी इस बैंक की आई है। जानिए कितने ग्राहकों को उसके जमा पैसे मिलेंगे।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बाताया कि मजबूत फंडामेंटल वाले बैंक के शेयर हमेशा निवेशकों को फायदा कराते हैं।
दोनों देशों के बीच कृषि वस्तुओं का व्यापार दोगुना हो गया है। वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में रूस और भारत के बीच व्यापार कारोबार 18.2 अरब डॉलर से अधिक हो गया है।
Recession in India: पूरी दुनिया मंदी की संकट को लेकर परेशान चल रही है। वहां की सरकारें तरह-तरह की नीतियां बना रही है ताकि आने वाली तबाही से नागरिकों को बचाया जा सके। वर्ल्ड बैंक ने भी 2023 की शुरुआत में मंदी आने को लेकर विश्व को आगाह किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भारत भी इसकी चपेट में आएगा?
Indian Economy: भारत के आर्थिक विकास के तरह-तरह के दावे के बावजूद ये रिपोर्ट उनकी पोल खोलती नजर आती है। देश की आधी से अधिक आबादी खुद को वित्तीय रुप से असुरक्षित महसूस कर रही है। कई चौंकाने वाले खुलासे इस रिपोर्ट में किए गए हैं।
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