वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रस्तावि विलय से कर्मचारियों की नौकरी जाने के खतरे की चिंता को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि विलय के इन निर्णयों से किसी एक कर्मचारी की भी नौकरी नहीं जाएगी।
हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (HSSC) ने विभिन्न विभागों में रिक्त पदों को भरने के लिए बंपर भर्ती निकाली है। हरियाण सरकार के अंतर्गत काम करने की चाहत रखने वाले युवाओं के लिए यह शानदार मौका है
आर्थिक मंदी का असर अब धीरे-धीरे साफतौर से दिखने लगा है। सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था से सबसे ज्यादा प्रभावित ऑटो इंडस्ड्री हो रही है। कई बड़ी कंपनियों ने अपने प्लांट में या तो उत्पादन बंद कर दिया है या फिर लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है।
पिछले कुछ महीने से भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री मंदी के दौर से गुज़र रही है और अब ये मंदी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। देश की ऑटो इंडस्ट्री ने लगभग दो दशक में पहली बार पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में रिकॉर्ड 30.98% कमी दर्ज की है।
देश के ऑटो कंपोनेंट उद्योग में हालांकि सुस्ती के इस दौर में भी अब तक बड़े पैमान पर छंटनी नहीं हुई है, लेकिन अगर यही स्थिति बनी रही तो उद्योग को मजबूरन भारी छंटनी करनी पड़ेगी। उद्योग संगठन की माने तो आने वाले दिनों में 10 लाख लोग बेरोजगारी के शिकार बन सकते हैं।
अधिकतर छंटनी ग्राहक देखभाल विभाग से की गई है।
उद्योग संगठन फेडरेशन ऑफ आटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने दावा किया है कि पिछले तीन माह के दौरान खुदरा विक्रेताओं ने बिक्री में भारी गिरावट की वजह से करीब दो लाख कर्मचारियों की छंटनी की है।
पैसेंजर कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने 30 जून को खत्म हुए छमाही में 18,845 अस्थायी कर्मचारियों को रोजगार दिया. जो पिछले साल के मुकाबले 6 फीसदी या 1,181 कर्मचारी कम हैं।
जापान की संकटग्रस्त वाहन कंपनी निसान ने कहा कि वह 12,500 लोगों की छंटनी करेगी। कंपनी का मुनाफा अप्रैल-जून तिमाही में 95 प्रतिशत गिरा है।
हुवावे की कारोबारी गतिविधियों में कमी का कारण अमेरिका का कंपनी तथा उसकी 68 अनुषंगी इकाइयों पर पाबंदी है।
बजट 2019-20 के दस्तावेजों के अनुसार एक मार्च, 2017 तक विभिन्न सरकारी प्रतिष्ठानों में कर्मचारियों की संख्या 32,38,397 थी, जो एक मार्च, 2019 को बढ़कर 36,19,596 हो गई।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, संगठित या औपचारिक क्षेत्र में मार्च 2019 में शुद्ध रूप से 8.14 लाख नौकरियों का सृजन हुआ।
कार बनाने वाली फोर्ड (Ford) कंपनी दफ्तर वाली करीब 7,000 नौकरियां समाप्त करने जा रही है। यह वैश्विक स्तर पर कार्यरत उसके कार्यबल का 10 फीसदी है।
जीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी की यह रिपोर्ट सीएमआईई-सीपीडीएक्स के आंकड़ों पर आधारित है, जिसमें बताया गया है कि भारत के बेरोजगारों में अधिकांश युवा हैं।
चीन की अलीबाबा से वित्त पोषित पेटीएम मॉल देश की तेजी से आगे बढ़ती ऑनलाइन से ऑफलाइन (ओ2ओ) कंपनी है। पिछले छह महीने में कंपनी का ओ2ओ कारोबार 200 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर से बढ़ा है।
जनवरी महीने में जो नए रोजगार सृजित हुए वह एक साल पहले इसी महीने की तुलना में 131 प्रतिशत अधिक है।
कंपनियों के परचेजिंग मैनेजरों के बीच किया जाने वाला मासिक सर्वेक्षण निक्की इंडिया सर्विसेस बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स (सेवा क्षेत्र का पीएमआई) जनवरी में 52.2 अंक रहा, जो दिसंबर में 53.2 अंक था।
फ्रांस और जर्मनी में इससे अधिक कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है, हालांकि कंपनी ने इसका विस्तृत विवरण नहीं दिया।
देश की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और स्टार्टअप कंपनियां 2019 में पांच लाख लोगों को रोजगार दे सकती हैं।
इस साल सितंबर में पिछले साल के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा 9.73 लाख लोगों को रोजगार दिया गया।
लेटेस्ट न्यूज़