स्वर्ण मंदिर में 4 दिसंबर को सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलने पर शिरोमणि अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा का एक बयान साने आया है। उन्होंने कहा, "यह बहुत गंभीर घटना है। गुरु के आशीर्वाद से उनकी जान बच गई। दूसरी बात, घटनास्थल हरमंदिर साहिब का द्वार है। तीसरी बात, सुखबीर सिंह बादल अकाल तख्त के आदेशानुसार वहां एक गार्ड के रूप में 'सेवा' करने गए थे। इससे करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। यह शर्मनाक है कि लोग ऐसे गंभीर मुद्दों पर राजनीतिक बयानबाजी करते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने पहले भी कहा था कि यह एक बड़ी घटना है, उदारवादी सिख नेतृत्व को खत्म करने की एक बड़ी साजिश है। इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए। हमलावर को पकड़ लिया गया है, लेकिन इसके पीछे कौन है, साजिश कहां रची गई, यह सामने आना चाहिए।"
बता दें कि कुछ दिनों पहले पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली चीफ सुखबीर सिंह बादल पर अमृतसर के गोल्डन टेंपल में फायरिंग हुई थी। स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक व्यक्ति ने शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर गोलियां चला दीं थी। दरअसल, सुखबीर सिंह बादल सहित शिरोमणि अकाली दल के नेता 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा उनके लिए घोषित धार्मिक दंड के तहत 'सेवा' कर रहे थे, तभी यह हमला हुआ था।
सुखबीर सिंह बादल धार्मिक सजा के तौर पर दरबान के रूप में अपनी सेवा दे रहे थे। तभी अचानक से एक शख्स सामने से आता है और पिस्तौल निकालकर तान देता है। मौके पर मौजूद लोगों ने उसपर काबू पाकर उसे पुलिस के हवाले कर दिया था।
सुखबीर सिंह बादल ने जान बचाने वाले दो पुलिस अधिकारियों के बारे में शेयर की भावुक पोस्ट
वहीं, हाल में सुखबीर सिंह बादल ने अपनी जान बचाने वाले दो पुलिस अधिकारियों के बारे में एक भावुक पोस्ट भी सोशल मीडिया पर शेयर की। सुखबीर बादल ने सोशल मीडिया मंच X पर सहायक उपनिरीक्षक (ASI) जसबीर सिंह और हीरा सिंह की तस्वीरें पोस्ट कीं जो उनकी सुरक्षा में शामिल हैं।
ये भी पढ़ें- कहां तक पढ़ी हैं पुष्पा 2 की श्रीवल्ली यानी रश्मिका मंदाना?