जयपुर: जिले के चौमूं कस्बे में सुबह-सुबह पत्थरबाजी का मामला सामने आया। यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस की टीम पर पथराव किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घाय हो गए। हालांकि पुलिस ले लाठीचार्ज करके किसी तरह से हालात पर काबू पाया। दरअसल, यहां चौमूं कस्बे में मौजूद एक मस्जिद के बाहर पत्थर हटाने को लेकर पूरा विवाद शुरू हुआ। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद से पत्थरबाजों पर काबू पाया। वहीं अब घटना के बाद से पुलिस की टीम पत्थरबाजों के खिलाफ एक्शन में जुटी हुई है। पुलिस की टीम सीसीटीवी फुटेज की जांच भी कर रही है।
पत्थरबाजों के प्रति कोई नरमी नहीं
दरअसल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ स्पष्ट और सख्त निर्देश दिए हैं। वहीं सीएम के निर्देशों के बाद चौमूं में उपद्रव फैलाने वाले शरारती तत्वों पर पुलिस ने त्वरित व निर्णायक कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। सीएम भजनलाल शर्मा ने साफ संदेश दे दिया है कि राजस्थान में कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के लिए कोई नरमी नहीं बरती जानी है। सीएम ने कहा है कि पत्थरबाजों पर फूल नहीं, बल्कि उन्हें कानून के मुताबिक सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। वहीं पुलिस की टीम लगातार इलाके में अब पत्थर फेंकने वालों और दंगा करने की साजिश करने वालों के खिलाफ एक्शन में जुटी है।
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
हालात का काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज किया। फिलहाल हालात पुलिस के कंट्रोल में है। मौके पर भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। इलाके में तनाव को देखते हुए 24 घंटे के लिए चौमूं में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। सीसीटीवी की मदद से आरोपियों की तलाश की जा रही है। वहीं इसमें शामिल लोगों की तलाश में पुलिस की टीम जुट गई है। स्थानीय लोगों से भी पुलिस की टीम पूछताछ कर रही है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिसकर्मी सुबह से ही शहर में फ्लैग मार्च कर रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए टीमें बनाई गई हैं।
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अचानक से शुरू हुई पत्थरबाजी
बताया जा रहा है कि बस स्टैंड के पास मस्जिद के पास पत्थर पड़े थे, जिसे मुस्लिम समुदाय की सहमति के बाद हटाया जा रहा था। तभी अचानक लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में इकट्ठा लोगों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। देखते ही देखते पुलिस टीम पर पत्थरबाजी होने लगी। इसके बाद पुलिस को पीछे हटना पड़ा। उपद्रवी पथराव करते रहे। सड़क पर पत्थर ही पत्थर और बोतलें पड़ी हुई हैं। पथराव के वक्त उपद्रवियों द्वारा बोतलें भी फेंकी गईं।