जयपुर के चौमूं इलाके में पथराव की घटना सामने आने के बाद पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
जापान की सरकार ने मुसलमानों को दफनाने के लिए कब्रिस्तान के लिए जमीन देने से इनकार कर दिया है।जापान की सरकार ने कहा है कि वे शवों को अपने मूल देश ले जाएं। आइए जानते हैं कि क्यों किया गया है ये फैसला?
जमीअत उलमा-ए-हिंद की बैठक में मौलाना महमूद मदनी दूसरी बार अध्यक्ष चुने गए। इसके साथ ही बैठक के दौरान वक्फ एक्ट 2025 को धार्मिक खतरा बताया गया और इसका विरोध जारी रखने का फैसला किया गया।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ज्यादातर लोगों को मुसलमानों की टोपी पहने हुए देखा जा सकता है। कहा जा रहा है कि ये लोग तौकीर रजा के कहने पर बरेली में इकट्ठा हुए थे लेकिन हिंसा के बाद पुलिस कार्रवाई से डरकर भाग रहे हैं।
देशभर में ‘आई लव मुहम्मद’ और ‘आई लव महादेव’ पोस्टरों को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। जुमे के बाद मस्जिदों के बाहर मुस्लिम संगठनों का प्रदर्शन और हिंदू संगठनों का जवाबी ‘आई लव महादेव’ कैंपेन जारी है।
अमेरिका के टेक्सास ने शरिया कानूनों पर बैन लगा दिया है। राज्य के गवर्नर एबाट ने कहा है कि शरीया थोपने वाले मूर्खों से डरने की जरूरत नहीं है। इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें।
मुंबई के पास नेरल में बन रही 'सुकून एंपायर टाउनशिप' को 'हलाल लाइफस्टाइल' के रूप में प्रमोट किए जाने पर विवाद गहराया है। NHRC ने इसे मानवाधिकारों और RERA नियमों का उल्लंघन मानते हुए महाराष्ट्र सरकार से दो हफ्ते में जवाब मांगा है। सोशल मीडिया और राजनीति में भी बहस तेज हो गई है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद की मांगों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें जमीयत की परवाह नहीं। बेदखली कार्रवाई के विरोध में जमीयत ने उनके खिलाफ कार्रवाई और इस्तीफे की मांग की थी। शर्मा ने तीखा बयान देते हुए कहा, 'मैं जमीयत को बूढ़ी उंगली दिखाता हूं।'
यूपी के फतेहपुर में मकबरा विवाद को लेकर माहौल गरमा गया है। हिंदू संगठन इस मकबरे को ठाकुर जी का मंदिर बता रहे हैं। प्रशासन के मना करने के बाद भी यहां पर हिंदू संगठन के लोग पहुंचे और बैरिकेडिंग के बाद भी उन्होंने इसे तोड़ दिया।
हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि असम में कोई भाषाई विभाजन नहीं है और उनकी सरकार राज्य की विरासत और उसके लोगों को संरक्षित करने के लिए संघर्ष करती रहेगी।
कांगो के इरुमु क्षेत्र में इस्लामिक स्टेट से जुड़े आतंकियों ने हमला करके कम से कम 66 लोगों की जान ले ली। माना जा रहा है कि यह हमला सैन्य बमबारी के जवाब में हुआ।
बकरीद पर एक मुस्लिम देश ने बकरे समेत किसी भी अन्य पशु की कुर्बानी नहीं करने का फैसला करके दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गया है। मोरक्को ने बकरीद पर सारे पशु बाजारों को बंद कर दिया है। मोरक्को का यह फैसला भारत समेत दुनिया भर के मुसलमानों के लिए बड़ा संदेश है।
वक्फ संपत्तियों के मैनेजमेंट और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 'उम्मीद' पोर्टल लॉन्च किया जाएगा। वक्फ कानून के अनुसार, वक्फ संपत्तियों का पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन राज्य वक्फ बोर्ड के माध्यम से किया जाएगा और इसके लिए वक्फ बोर्ड तकनीकी मदद देगा।
दिल्ली के विष्णु गार्डन में नॉन-वेज दुकानों को लेकर तनाव पैदा हो गया है। नॉन-वेज परोसने वाले कई अवैध ढाबों को उनके मालिकों ने खौफ के चलते बंद कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट मुस्लिम समुदाय को शरीयत की बजाय धर्मनिरपेक्ष उत्तराधिकार कानून के तहत लाने पर विचार करेगा। याचिकाकर्ता ने वसीयत की स्वतंत्रता पर शरीयत के प्रतिबंध को संविधान के समानता अधिकार का उल्लंघन बताया है।
उद्धव ठाकरे ने नासिक में कहा कि उन्होंने हिंदुत्व नहीं छोड़ा, बल्कि बीजेपी के ‘सड़े हुए’ हिंदुत्व को अस्वीकार किया है। उन्होंने वक्फ विधेयक, मुस्लिम समर्थन, शिवाजी स्मारक और चुनावी प्रक्रिया सहित कई मुद्दों पर केंद्र और राज्य सरकार की आलोचना की।
भारत में वक्फ बोर्ड बिल पर मचे हंगामे के बीच यूएई के इमाम ने बड़ा बयान देकर सबको हैरत में डाल दिया है। यूएई ने भारतीय मुसलमानों को वक्फ बोर्ड का मायने बताते हुए बड़ी नसीहत दी है। साथ ही यह माना है कि इसे सरकार की निगरानी में होना चाहिए।
मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुआ, जिसमें बमबारी, तोड़फोड़ और लूटपाट हुई। पुलिस ने 111 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। इलाके में हालात अब भी तनावपूर्ण हैं, और भारी पुलिस बल के साथ-साथ BSF तैनात है।
वक्फ कानून को लेकर देश में मचा संग्राम दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। दिल्ली से लेकर कोलकाता और पटना से लेकर भोपाल तक प्रोटेस्ट हो रहे हैं। एक तरफ विपक्ष सरकार को घेरने में लगा है तो दूसरी ओर कई मुस्लिम संगठनों का सरकार के खिलाफ मोर्चा तेज होता जा रहा है।
वक्फ कानून को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई हैं। इस कानून के खिलाफ अब डीएमके भी सुप्रीम कोर्ट पहुंची है।
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