ढाका। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने मंगलवार को राष्ट्रीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शहादत हुसैन को मैच के दौरान टीम के साथी से मारपीट के कारण पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया जिसमें दो साल की सजा निलंबित है। अंपायरों ने शहादत की शिकायत की थी जिन्हें रविवार को राष्ट्रीय क्रिकेट लीग के मैच के दौरान टीम के साथी को थप्पड़ और लात मारते देखा गया था।
बोर्ड ने बताया कि राष्ट्रीय महासंघ ने दो साल के प्रतिबंध को निलंबित रखा है लेकिन ‘शारीरिक हमले’ का आरोप स्वीकार करने वाले शहादत पर तीन लाख टका (3540 डालर) का जुर्माना भी लगाया गया है। बोर्ड के अधिकारी के अनुसार ढाका और खुलना के बीच मैच के दौरान गेंद को कैसे चमकाया जाए इस पर बहस के बाद 33 साल के शहादत ने युवा गेंदबाज अराफात सनी जूनियर पर हमला कर दिया था।
बीसीबी की तकनीकी समिति के प्रमुख मिनहाजुल अबेदिन ने कहा, ‘‘उसके अतीत बर्ताव को ध्यान में रखते हुए हमने उसे पांच साल के लिए सजा देने का फैसला किया। इस प्रतिबंध के अंतिम दो साल निलंबित रहेंगे।’’ शहादत पर आजीवन प्रतिबंध भी लग सकता था।
बांग्लादेश की ओर से 38 टेस्ट और 51 एकदिवसीय मैच खेलने वाले शहादत ने 2015 में लगभग दो महीने हिरासत के बिताए थे जब उन पर और उनकी पत्नी पर 11 साल की लड़की को प्रताड़ित करने का आरोप लगा था जिसे उन्होंने घरेलू सहायिका के रूप में रखा था।
अदालत में हालांकि उन्हें बरी कर दिया गया। शहादत ने कहा कि टीम के साथी के साथ जो हुआ वह गहमागहमी में हो गया और उन्होंने इनकार किया कि उन्होंने अराफात को थप्पड़ मारा या लात मारी।
शहादत ने कहा, ‘‘मैं सिर्फ उसे धक्का दिया था, मैंने उसे चोट नहीं पहुंचाई। लेकिन मैं सहमत हूं कि यह गलती है। एक टेस्ट खिलाड़ी के रूप में मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था। मैं अपील करूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पांच साल का प्रतिबंध मेरे लिए काफी कड़ा है। मैं छह महीने का प्रतिबंध या कुछ जुर्माना स्वीकार कर लेता। मेरी मां कैंसर से पीड़ित है और इस खबर के बाद उन्होंने खानापीना छोड़ दिया है। अगर मैं पांच साल के लिए प्रतिबंधित हो गया तो मेरी आजीविका छिन जाएगी।’’
शहादत 2018 में भी गलत कारणों से सुर्खियों में आए जब ढाका में उनकी कार को टक्कर मारने पर उन्होंने कथित तौर पर एक रिक्शा चालक को पीटा था।