वैश्विक दूरसंचार उद्योग संगठन (जीएसएमए/GSMA) का अनुमान है कि भारत में 2025 तक अलग अलग मोबाइल ग्राहकों की संख्या 92 करोड़ तक हो जाएगी और उनके पास 8.8 करोड़ 5जी कनेक्शन होंगे।
स्पेक्ट्रम परीक्षण की मात्रा और अवधि पर विचार करने वाली समिति ने शुरूआती स्तर पर तीन महीने के लिए एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो को 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध कराने की सिफारिश की है।
मित्तल ने कहा कि एयरटेल द्वारा अभी लगाए जा रहे सभी दूरसंचार उपकरण 5जी के लिए तैयार हैं।
साल 2019 को मोबाइल टेक्नोलॉजी के लिहाज से बड़ा अहम माना जा रहा है। कलेंडर पर साल बदलते ही 5G स्मार्टफोन के बाजार में जल्द आने वाली खबरों को और हवा मिल गई है।
दूरसंचार विभाग के साथ मिलकर सैमसंग अगले साल की पहली तिमाही में भारत में पहली बार बड़े स्तर पर 5जी टेक्नोलॉजी का परीक्षण शुरू करेगी। यह परीक्षण दिल्ली से शुरू किया जाएगा।
दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदरराजन ने शुक्रवार को कहा कि उनका विभाग यह पता लगाने के लिए एक समिति बनायेगा कि 5जी प्रौद्योगिकी का उपयोग किन किन क्षेत्रों में किया जा सकता है।
सरकार ने देश में 5G टेक्नोलॉजी सेवा की शुरुआत के लिए कमर कस ली है। दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदरराजन ने आज कहा कि 5G टेक्नोलॉजी के लिए भारत इस साल जून तक पूरी रूपरेखा के साथ तैयार रहेगा।
रिलायंस जियो ने सैमसंग से 5जी कनेक्टिविटी के लिए समझौता किया है। दोनों कंपनियों ने मंगलवार को ‘Infill & Growth Project’ की घोषणा की।
संपादक की पसंद