भारत ने देश में 5जी टेक्नोलॉजी को जल्द से जल्द शुरू करने की संभावनाओं को तलाशने और उनका अध्ययन करने के लिए ब्रिटेन की टॉप 3 शैक्षणिक संस्थाओं के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
भारतीय टेलीकॉम प्रमुख भारती एयरटेल और चीन की उपकरण एवं टेक्नोलॉजी दिग्गज हुवावे ने शुक्रवार को भारत में 5जी नेटवर्क के सफल परीक्षण की घोषणा की।
एयरटेल के मुताबिक MIMO तकनीक से घर के अंदर, भीड़भाड़ वाली जगह, ऊंची ईमारतों में भी 4G डाटा की स्पीड में रुकावट नहीं आएगी, स्पीड 2-3 गुना बढ़ जाएगी।
टेलीकॉम सचिव जेएस दीपक ने कहा कि केंद्र सरकार विश्व के अन्य देशों के साथ-साथ 5G नेटवर्क अपनाने के दिशा में भी काम रही है।
रिलायंस जियो ने सैमसंग से 5जी कनेक्टिविटी के लिए समझौता किया है। दोनों कंपनियों ने मंगलवार को ‘Infill & Growth Project’ की घोषणा की।
ट्राई ने कहा है कि वह जल्द ही देश में 5G नेटवर्क बिछाने और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के लिए नियम और मानक बनाने के लिए परामर्श दस्तावेज जारी करेगा।
भारत में अभी 4G की शुरूआत पूरी तरह से हो भी नहीं पाई है। वहीं चीन ने दूरसंचार की 5वीं पीढ़ी यानी 5G टैक्नोलॉजी के दूरसंचार उपकरणों का परीक्षण शुरू किया है।
भारत को शेष दुनिया के साथ 5G मिलने की संभावना है। दूरसंचार सचिव जेएस दीपक ने यहां कहा कि इस बात की संभावना है कि देश को 5जी शेष दुनिया के साथ मिले।
देश में 5G अभी पूरी तरह शुरू ही नहीं हुई हैं कि नोकिया नेटवक्र्स ने अगली पीढी यानी 5जी नेटवर्क के लिए भारतीय दूरसंचार कंपनियों से बातचीत शुरू की है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़