योगगुरु स्वामी रामदेव से जानिए ऐसे योगासन, आयुर्वेदिक उपाय और खानपान के बारे में, जिसके द्वारा आप अपने फेफड़े को फौलादी बना सकते हैं।
'अस्थमा' के मरीज कुछ आसान उपायों की मदद से दीवाली-पराली के धुएं से अपना बचाव कर सकते हैं। जानिए इसके बारे में।
ब्राउन शुगर में लो कैलोरी, आयरन, कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये तत्व शरीर के लिए काफी फायदेमंद माने जाते है। जानिए कैसे।
स्वामी रामदेव के अनुसार अस्थमा के साथ लंग्स संबंधी अन्य बीमारियों से निजात पाने के लिए ये आयुर्वेदिक लेप काफी फायदेमंद है।
स्वामी रामदेव के अनुसार जब बार-बार खांसी, बदलते मौसम में खांसी की समस्या, फेफड़ों में दर्द आदि अस्थमा की समस्या का सामना कर रहे हैं।
रंगों के साथ खेलते समय शरीर, त्वचा और बालों पर गहरा असर पड़ सकता है। अस्थमा के मरीजों को इस दौरान ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
गलत खानपान के कारण अस्थमा की समस्या काफी हद तक बढ़ जाती हैं। इसलिए जरुरी हैं कि ऐसी चीजों से दूरी बना लें जो आपके लिए जानलेवा साबित हो
अस्थमा और साइनस के मरीजों को धूल और धुएं दोनों से दिक्कत होती हैं। ये समस्या दिवाली के दौरान और भी बढ़ जाती है। इन 5 टिप्स को अपनाकर अपने आपको सुरक्षित रख सकते हैं।
स्वामी रामदेव के अनुसार पराली जलाने से कार्बनडाई आक्साइड जैसे कई जहरीले गैसे वातावरण में फैलती चली जा रही हैं। जिसके कारण फेफड़ों को तो नुकसान पहुंच ही रहा है। इसके साथ ही कोरोना का संकट तेजी से बढ़ रहा है।
अस्थमा फेफड़ों की एक ऐसी समस्या हैं जिससे पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में काफी समस्या होती है। जानिए किन घरेलू उपायों के द्वारा इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
अस्थमा के मरीजों को खुद का ख्याल अधिक रखना पड़ता है। खासकर अपनी डाइट का। कई ऐसी फूड्स है जिनका सेवन अस्थमा के मरीज को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। जानिए इसके बारे में विस्तार से।
हल्दी का सेवन रोजाना करने से न केवल आपकी इम्यूनिटी बढ़ेगी बल्कि सर्दी, जुकाम में भी हल्दी बहुत लाभकारी है। स्वामी रामदेव ने हल्दी का सेवन किस तरह से करना चाहिए ये बताया। साथ ही इसके फायदे भी बताए।
अस्थमा के मरीजों को ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिसमे एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ ये पोषक तत्व पाए जाते हो। जानिए इन फूड्स के बारे में।
अस्थमा के मरीज को न सिर्फ अपनी लाइफस्टाइल के साथ-साथ डाइट का भी विशेष ख्याल रखना होता है, नही तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
स्वामी रामदेव के अनुसार योगसन और प्राणायाम के द्वारा आसानी से अस्थमा के मरीज इसे कंट्रोल कर सकते हैं। इसके साथ ही फेफड़ों को मजबूत रख सकते हैं।
महिलाओं की तुलना में पुरुषों को ये बीमारी धूल रेस्पिरेटरी के कारण सबसे ज्यादा होती है। जानिए आखिर क्या है अस्थमा, लक्षण, कारण और ट्रीटमेंट।
अस्थमा के मरीजों को फूड एलर्जी से बचने के लिए खानपान का ज्यादा ध्यान रखने की जरुरत है। ऐसे ही कुछ फूड्स है जिनसे दूरी बनाकर रखना चाहिए।
दिवाली के बाद दिल्ली में स्मॉग खासकर बच्चों में बहुत सारी चिकित्सा समस्याएं लेकर आता है। हमारे अस्पताल में सांस और आंखों की समस्याओं वाले लोगों की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
सांस लेने में कष्ट, खांसी और सांस छोटी होना, यह सभी अस्थमा के लक्षण हैं, जो कि एक स्थायी श्वसन रोग है और फेफड़ों में वायु के मार्ग में प्रदाह के कारण होता है।
Best And Worst Food For Asthma Patients: : ऐसी कोई भी अस्थमा (Asthma) की डाइट नहीं होती है जो सांस को ठीक कर सके। लेकिन कुछ ऐसे फल और सब्जियां होती है जो अस्थमा के एक मरीज के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। जानें इनके बारे में।
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