बजट-सत्र के दौरान सरकार की नजर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और वित्त वर्ष 2023-24 के आम बजट आदि पर सुचारू रूप से चर्चा कराने पर रहेगी
विपक्षी दलों से इस सर्वदलीय बैठक के दौरान अपनी चिंता के मामलों को उठाने और बजट सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों को सरकार के सामने रखने की उम्मीद है। केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया था कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा।
बजट सत्र के पहले भाग के दौरान, दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा होगी और उसके बाद केंद्रीय बजट पर भी चर्चा की जाएगी, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे।
UP Budget 2022, CM Yogi Adityanath on Akhilesh Yadav: योगी ने बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने अपनी बात को मजबूती से रखा, लेकिन कभी-कभार वह फिसल भी जा रहे थे।
उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से शुरू होगा। इस सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है और समाजवादी पार्टी (सपा) की अगुवाई में पहले से अधिक मजबूत हुआ विपक्ष कानून-व्यवस्था और बढ़ती महंगाई समेत विभिन्न मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरने की कोशिश करेगा।
संसद का बजट सत्र गुरुवार को अपने निर्धारित कार्यक्रम से एक दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया और राज्यसभा में सत्र के अंतिम दिन भी विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के सदस्यों का हंगामा देखा गया।
भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी लोकसभा सांसदों को आज सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है। लोकसभा में आज कई मंत्रालयों के लिए अनुदान की मांगों पर चर्चा और मतदान होना है। 2022-23 के केंद्रीय बजट के लिए बकाया अनुदान को लेकर भी लोकसभा में मतदान किया जाएगा।
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन सोमवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने ‘भारत माता की जय’’ एवं ‘मोदी मोदी’ के नारे लगाए।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भी बजट सत्र के पहले चरण में उच्च सदन में जिस तरह से कामकाज हुआ, उसे लेकर सभापति एम वेंकैया नायडू और अपनी तरफ से प्रसन्नता जतायी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार में दो हिंदुस्तान बन गए हैं जिनमें से एक अमीरों और दूसरा गरीबों के लिए है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, शीर्ष केन्द्रीय मंत्री और विभिन्न दलों के पहली दो पंक्तियों में बैठे सांसदों ने सामाजिक दूरी के नियम का पालन किया, लेकिन उनके पीछे की पंक्तियों में बैठे कई सदस्यों ने ऐसा नहीं किया।
बजट सत्र की शुरुआत आज 31 जनवरी को हुई। आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का इकॉनमिक सर्वे या आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश करेंगी। इकॉनमिक सर्वे के पेश होने के बाद आज शाम मुख्य आर्थिक सलाहाकार अनंत नागेश्वरन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे।
बजट सत्र के पहले दो दिन शून्यकाल एवं प्रश्नकाल नहीं होंगे। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा बुधवार से शुरू होगी। ऐसी संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात फरवरी को चर्चा का जवाब देंगे।
31 जनवरी को संसद का बजट सत्र शुरू होगा। यह संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि बजट सत्र से पहले सभी दलों की वर्चुअल बैठक आयोजित की जाएगी।राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद 31 जनवरी को सुबह 11 बजे संसद का बजट सत्र शुरू होगा। इस दिन संसद में आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा।
बिहार विधानसभा में पूरक सवालों के दौरान राजद एमएलसी सुबोध राय द्वारा ग्रामीण विकास मंत्री को बाधित करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को फिर भड़क गए और उनसे उनकी बारी आने के बाद ही बोलने को कहा।
पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों पर चर्चा करने की मांग को लेकर कांग्रेस के हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही 11 बजे तक के लिए स्थगित हुई।
सरकार ने जिन विधेयकों को सूचीबद्ध किया है उनमें पेंशन निधि नियामक एवं विकास प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, राष्ट्रीय वित्त पोषण अवसंरचना और विकास बैंक विधेयक, विद्युत (संशोधन) विधेयक, क्रिप्टो करेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा नियमन विधेयक शामिल हैं।
बजट सत्र का यह चरण बहुत ही अहम होगा. क्योंकि एक महीने वाले चलने वाले इस सत्र के दौरान कई राज्यों में विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं. पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में चुनाव होने जा रहे हैं
संसद का बजट सत्र एक छोटे अंतराल के बाद सोमवार से में फिर से शुरू होने जा रहा है। वहीं विपक्ष विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए कमर कस रहा है।
राज्यसभा में सेवानिवृत्त सदस्यों को विदाई के दौरान बोले पीएम मोदी, जो व्यक्ति ग़ुलाम नबी जी (विपक्ष के नेता के रूप में) का स्थान लेगा, उसे अपना काम पूरा करने में कठिनाई होगी क्योंकि वह न केवल अपनी पार्टी के बारे में बल्कि देश और सदन के बारे में भी चिंतित था |
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़