Cyberattacks in India: पिछले 6 महीने में भारतीय संस्थानों पर साइबर अटैक के मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। चेकप्वाइंट रिसर्च फर्म की नई रिपोर्ट में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर अपराधी संस्थानों पर डेली 400 से ज्यादा अटैक कर रहे हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान अब जर्मनी की रूस से ठन गई है। जर्मनी ने रूसी कर्मचारियों पर साइबर हमले में शामिल होने का आरोप लगाया है। जर्मनी ने इसके लिए रूस को परिणाम भुगतने की धमकी दी है।
सूत्रों ने कहा कि दुकानदारों और बैंकिंग प्रतिनिधि के स्तर पर आंकड़ों (डेटा) की सुरक्षा को मजबूत करने की जरूरत है, क्योंकि इनके स्तर पर डेटा में सेंध लगने की आशंका अधिक होती है।
अगर आप स्मार्टफोन या फिर लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। सरकारी एजेंसी CERT-In ने एंड्रॉयड और आईओएस यूजर्स के लिए एक बड़ा अपडेट जारी किया है। एजेंसी की तरफ से जारी अलर्ट में बताया गया कि कुछ सेलेक्टेड डिवाइस में बड़ा बग पाया गया है।
दास ने कहा कि एआई के आने के साथ साइबर सुरक्षा संबंधी चुनौतियां कई गुना बढ़ सकती हैं। इससे व्यक्तिगत जानकारी तक अनधिकृत पहुंच कायम की जा सकती है, जो उपभोक्ताओं के भरोसे को प्रभावित कर सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 फरवरी को डिजिटल माध्यम से इसका उद्घाटन किया था। वैदिक घड़ी के एप पर साइबर हमले के बाद आमलोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।
Fake Voicemail Fraud: साइबर अपराधियों ने लोगों को चूना लगाने के लिए नया तरीका ढूंढ़ लिया है। यूजर्स को अब वॉइसमेल और QR कोड के जरिए लूटा जा रहा है।
पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) का 9वां सीजन 17 फरवरी से शुरू होगा। लाहौर में मौजूदा चैंपियन लाहौर कलंदर्स और इस्लामाबाद यूनाइटेड के बीच पहला मैच खेला जाएगा।
दुनियाभर में साइबर किडनैपिंग के मामले बढ़ रहे हैं। इसका शिकार बच्चों को बनाया जा रहा है क्योंकि उन्हें मैनीपुलेट करना आसान होता है। बच्चों को बरगलाकर साइबर क्रिमिनल उनके मां-बाप से लाखों रुपए की फिरौती वसूल कर रहे हैं।
सोमवार को ईरान के 70 फीसदी से अधिक गैस स्टेशनों में कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है। आशंका जताई जा रही है कि ईरान पर बड़ा साइबर हमला हुआ है। ईरान में लगभग 33 हजार गैस स्टेशन हैं।
सैमसंग स्मार्टफोन यूजर्स के लिए सरकार की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है। सरकार की इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम की तरफ से यह अलर्ट जारी किया गया है। अलर्ट में कुछ सैमसंग यूजर्स से तुरंत अपना स्मार्टफोन अपडेट करने की सलाह दी गई है।
ऑस्ट्रेलिया में अचानक 1 करोड़ से अधिक लोगों की फोन, बैंकिंग और इंटरनेट सेवाएं बाधित होने से हाहाकार मच गया है। ऑस्ट्रेलिया की मुख्य सेवा प्रदाता कंपनी के अनुसार यह हैकिंग या साइबर हमले का परिणाम है, क्योंकि सभी ज्ञात व अज्ञात परिकल्पनाओं पर उसके इंजीनियर काम कर चुके हैं, मगर इसे ठीक नहीं किया जा सका है।
एप्पल अपने यूजर्स की सेफ्टी और प्राइवेसी का विशेष तौर पर ध्यान रखती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कंपनी आईफोन्स पर प्राइवेसी से जुड़े कई सारे फीचर्स देती है। ऐसा ही एक फीचर है Contact Key Verification का। इस फीचर की मदद से आप पता कर सकते हैं कि कहीं कोई आपका फोन हैक तो नहीं कर रहा ।
टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) एक ऐसा फीचर है जिससे एक यूजर अपने सारे सोशल मीडिया अकाउंट को सिक्योर कर सकता है। 2FA को इनेबल करने के बाद अगर किसी को आपके अकाउंट का पासवर्ड भी पता हो जाता है तो वह उसे एक्सेस नहीं कर पाएगा।
साइबर ठग अब दिल्ली पुलिस के नाम पर लोगों और सरकारी महकमों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। जिसका पर्दाफाश करते हुए दिल्ली पुलिस ने अपनी तरफ से सफाई दी है।
स्मार्टफोन हैकिंग से बचने के लिए हमें बेहद सावधान रहने की जरूरत है। आमतौर पर यह समझ पाना बेहद मुश्किल होता है कि फोन हैक या नहीं। हालांकि कुछ ऐसे कोड्स हैं जिनसे आप स्मार्टफोन हैकिंग का पता करके उसे रोक भी सकते हैं।
हैदराबाद में केवल तीन दिनों में, शहर आयुक्तालयों के तीन साइबर अपराध स्टेशनों ने 15 पीड़ितों की शिकायतें दर्ज की हैं। जिन्होंने एक ही प्रकार के निवेश/पार्ट टाइम जॉब धोखेबाजों के कारण 1.6 करोड़ से ज्यादा रुपये खो दिए हैं।
सीईआरटी ने अकीरा को लेकर जो सलाह दी है उसमें कहा गया है कि यह मेलवेयर विंडोज और लिनक्स ऑपरेटिंग बेस्ड सिस्टम पर आक्रमण कर सकता है। सीईआरटी ने यूजर्स को इस मेलवेयर से सावधान और सतर्क रहने की सलाह दी है।
दुनिया भर में डेटा चोरी, सिस्टम हैकिंग और साइबर फ्राड यूं ही नहीं हो रहा, बल्कि इसके पीछे चीन ने हैकरों की एक बड़ी फौज तैयार कर रखी है। यह बात अमेरिका की एक रिपोर्ट में कही गई है। अमेरिका ने चीन को दुनिया भर में हो रहे साइबर हमलों का जिम्मेदार ठहराया है। इससे चीन बौखला गया है।
शिकायत के अनुसार, बैंक अधिकारियों ने सभी संबंधित अधिकारियों को सूचित किया लेकिन कोई भी इतनी बड़ी राशि का मिलान नहीं होने के कारण का पता नहीं लगा सका।
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