कार्ड टोकनाइजेशन सर्विस से तात्पर्य है एक यूनिक कोड के जरिए वास्तविक कार्ड डिटेल्स को बदलना है।
आप हर बार अपने कार्ड की डिटेल नहीं दर्ज करना चाहते हैं तो आप बैंक से अपने कार्ड नंबर के एवज में टोकन ले सकते हैं।
बैंकों का कहना है कि लगभग 80 प्रतिशत क्रेडिट कार्ड देश के शीर्ष 40 शहरों में जारी किए गए हैं। महामारी की वजह से टियर-3 और टियर-4 शहरों सहित सभी जगह डिजिटल और ई-कॉमर्स खरीदारी को लोगों ने तेजी से अपनाया है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने भुगतान प्रणाली परिचालकों (पीएसओ) की गतिविधियों की आउटसोर्सिंग को लेकर विस्तृत नियम जारी किए हैं।
कोरोना संकट के बीच जहां हर सर्विस को कॉन्टेक्ट लैस बनाने की कोशिश की जा रही है, इस बीच बीते एक साल में देश की बैंकिंग व्यवस्था भी तेजी से डिजिटल हुई है।
यूजर्स को अपने क्रेडिट एवं डेबिट कार्ड का ब्यौरा सीधे साझा किए बिना अपने फोन से लगे एक सुरक्षित डिजिटल टोकन के जरिये भुगतान करने में सक्षम होते हैं।
अगर आप भी बैंक का डेबिट एवं एटीएम कार्ड उपयोग करते हैं तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए।
केंद्रीय बैंक ने जोखिम कम करने के उपायों के तहत इस कदम की घोषणा की, जिसका मकसद कार्ड के जरिये लेन-देन को मजबूत और सुरक्षित बनाना है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) ने ग्राहकों को डेबिट कार्ड की सुरक्षा के लिए आगाह किया है।
सुरक्षित और सुविधाजनक संपर्करहित भुगतान के जरिये यह कार्ड ग्राहकों की रोजाना की खरीदारी को भी सुगम बनाएगा।
इन कार्ड यूजर्स का डेटा एक पेमेंट गेटवे से लीक हुआ है, जिसका नाम Juspay है। Juspay ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन, ऑनलाइन फूड बुकिंग प्लेटफॉर्म स्विगी और मेक माय ट्रिप के बुकिंग पेमेंट को प्रोसेस करता है।
इस कार्ड के जरिये ग्राहक जेसीबी के नेटवर्क के तहत दुनियाभर में एटीएम और पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) के जरिये लेनदेन कर पाएंगे।
वर्ल्ड बैंक ने अपनी चेतावनी में कहा कि वर्ल्ड बैंक ग्रुप डेबिट या क्रेडिट कार्ड जारी नहीं करता है।
बैंक के डेबिट कार्ड धारक अब खरीदारी की रकम को EMI के जरिए भी चुका सकेंगे। रकम चुकाने के लिए 6 महीने से लेकर 18 महीने तक का वक्त दिया जा रहा है। इसकी मदद से ऑनलाइन शॉपिंग भी की जा सकती है।
इस सुवधिा में भुगतान पूरी तरह से स्पर्श रहित, त्वरित और सुरक्षित होगा। बैंक का दावा है कि एकीकृत मोबाइल बैंकिंग एप पर उपलबब्ध अपनी तरह की यह पहली सुविधा है।
ये नियम बहुत पहले लागू होना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के चलते इन नियमों को टाल दिया गया था।
अगर कॉन्टेक्टलेस/वाई-फाई इनेबल क्रेडिट और डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते हो या नहीं लेकिन क्रेडिट कार्ड धारकों को बेहद चौकन्ना करने की जरुरत है क्योंकि हो सकता है आप इसका भविष्य में इस्तेमाल करे।
कोरोना संकट को देखते हुए गूगल पे ने अपने यूजर के लिए ये सुविधा शुरू की है। फिलहाल ये सुविधा एक्सिस बैंक और एसबीआई के कार्ड धारकों के लिए है, जिसे बाद में अन्य बैंकों के कार्ड धारकों को भी ये सुविधा पहुंचाने की योजना है।
नए नियमों को मार्च में लागू होना था, हालांकि महामारी का असर देखते हुए ये गाइडलाइंस लागू नहीं हो सकी थी। रिजर्व बैंक ने अब इन नियमों को लागू करने के लिए 30 सितंबर का समय दिया है। नए नियमों के बाद ग्राहकों के कार्ड पर कुछ ही सेवाएं जारी रहेंगी वहीं बाकी के लिए आवेदन करना होगा।
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